Book Title: Tulsi Prajna 2006 07
Author(s): Shanta Jain, Jagatram Bhattacharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 51
________________ संदर्भ सूची1. (क) ठाणं 1.220-234 16. तत्त्वार्थभाष्यानुसारिणी टीका पृ. 310 (ख) उवंगसुत्ताणि, पण्णवणा सूत्र 1.12 17. विशेष विवरण हेतु द्रष्टव्य-उत्तरज्झयणाणि, 18/ 2. नन्दी, मलयगिरीया वृत्ति, पृ. 113-130 46 का टिप्पण 3. नन्दीचूर्णि, पृ. 26 18. नन्दीचूर्णिपृ. 26-27 4. सभाष्य तत्त्वार्थाधिगमसूत्र- 10.7 19. (क) नन्दी, हारिभद्रीया टीका, पृ. 39 5. नन्दी, हारिभद्रीया टीका, पृ. 39 (ख) नन्दी, मलयगिरीया वृत्ति, पृ. 131 6. नन्दी चूर्णि पृ. 26 20. तत्त्वार्थभाष्यानुसारिणी टीका, पृ. 310 7. नन्दी-मलयगिरीया- वृत्ति, पृ. 130 21. अंगसुत्ताणि, भगवई 25/286-292 8. तत्त्वार्थभाष्यानुसारिणी टीका, पृ. 308 22. भगवती वृत्ति, पृ. 893 १. नन्दी चूर्णि- पृ. 26 23. तत्त्वार्थभाष्यानुसारिणी टीका, पृ. 307 10. तत्त्वार्थभाष्यानुसारिणी टीका, पृ. 309 24. नन्दीचूर्णि, पृ. 27 11. नन्दीचूर्णि, पृ. 26 25. वही 12. तत्त्वार्थभाष्यानुसारिणी टीका, पृ. 309 26. वही 13. उत्तरज्झायणाणि, शान्त्याचार्यकृत वृत्ति पृ. 306 27. तत्त्वार्थभाष्यानुसारिणी टीका, पृ. 308 14. नन्दीचूर्णि, पृ. 26 28. नन्दीचूर्णि, पृ. 27 15. वही 29. उत्तरज्झयणाणि 36/48-50 सम्पर्क जैन विश्व भारती लाडनूँ - 341 306 (राजस्थान) 46 - - तुलसी प्रज्ञा अंक 132-133 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122