Book Title: Tulsi Prajna 2006 01
Author(s): Shanta Jain, Jagatram Bhattacharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 45
________________ स्वप्न विज्ञान के रहस्यों की खोज आज भी वैज्ञानिक कर रहे हैं। यह शोधपूर्ण विषय है जिसकी भविष्य में बहुत कुछ सम्भावनायें उजागर हो सकती हैं। स्वप्नों की व्याख्या करके अचेतन मन से जुड़ी अनेक गुत्थियों को सुलझाया जा सकता है। सन्दर्भ ग्रन्थ - 1. उत्तराध्ययन, 15/7 2. भटी 16/6 पृ. 1307 3. योग सूत्र , 4/19/33 4. S. frued Quoted by J.F. Brown lauo 5. भगवती सूत्र, 16/6 6. भटी पृ. 1307 7. विशेषावश्यक भाष्य गा. 1703 8. तिलोय पण्णत्ति 4/1016 9. चरकसंहिता 1/21 पृ. 795 10. सामान्य मनोविज्ञान की रूपरेखा पृ. 101, 102 11 भगवती सूत्र, 16/6 12. भगवती सूत्र, 16/6 13. भटी प.1308 14. ऋग्वेद 2/28/10 16. भगवती सूत्र, 16/6 16. स्वप्ने मन क्रिया विभाकोटी पृ. 5 17 चरक संहिता, हृदय निदान, स्थान अ. 9 18. पातञ्जल योगसूत्र 1/38 19 अंगुत्तरनिकाय भाग 2 पृ. 425-427 सम्पर्क : जैन विश्व भारती, लाडनूं 40 - तुलसी प्रज्ञा अंक 130 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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