Book Title: Triloksar
Author(s): Nemichandra Siddhant Chakravarti, Ratanchand Jain, Chetanprakash Patni
Publisher: Ladmal Jain

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Page 760
________________ यहाई दीपस्थ-मरतादि-सात क्षेत्रों-का-विष्कम्म क्षेत्र-नाम बम्बूद्वीपस्थ क्षेत्रों कमांक घातको खण्ड में स्थित भरतादि क्षेत्रों का- पुष्करा द्वीप में स्थि.. भरतादि क्षेत्रों कापत्र-नाम | को विष्कम्भ | - - अभ्यन्तर वि० | मध्य विष्कम्भ | बाह्य विष्कम्भ अभ्यन्तर वि. मध्य विष्कम्भ बाह्य विष्कम्म | ५२६१ योजन ६६१४३३३ योजन १२५८१३१६ यो० १८५४७३२३योजन ४१५७९३५५यो०५३५११६यो ०.६५६४६३ योजन हमवत २१० , २६४५८१३ - ५०३२५३११ - ४१६०१५ -१६६३१९१२ - २१४४१३१६ - २६१७८४३३३३ हरि ८४२१ , १०५५३३ ... २०१२५८९१३ - २९६७६३१६ - ६६५२७७१३८१६२०७२१२१०४७१३६३१ विशोकसा विदेह ३३६८४. ४२३३३४३५३. - ८०५१५४६ ११८७.५४११६ - २६६११०८३"३४२४८२८१४१८८५४७३ रम्यक ८४२१ - ५८३३३१६ - २०१२२८५३ -२९६७६३३१६ - ६६५२४७१३. १५६२८७१२ - १०४७१३६३१६ हैरण्यवत | २१० , २६४५८५१२ - ५०३२४१ १६० १६६३१६: ५ २५४०५१३१३,२६१७८४१३ ऐरावत | २२६ , ६६९४६१६ | १२५६१

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