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ट० ला० अशुद्ध .७० १९ सम्म ७१ .११ मिलाने
३ चलता है
८ जो , १४ वरणी. १७. विचार
२ मोह....वैरी ८. ४ अन्त
९ ठहरा ८१ ५ निश्चग , १३ तरहा.
शुद्ध सम्यक्त मिलने, चलाता है जो आनन्द ज्ञानावरणी अवीचार मोह वैरीके जीवनेके लिये अनन्त ठहर निश्चय तरह
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