Book Title: Saral Samudrik Shastra
Author(s): Arunkumar Bansal
Publisher: Akhil Bhartiya Jyotish Samstha Sangh

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Page 16
________________ सरल सामुद्रिक शास्त्र 3. वृत्ताकार मुखाकृति वृत्ताकार मुखाकृति के जातक जल तत्व से प्रभावित होते हैं, यदि इनके मुखाकृति का चित्र एक गोले में फिट किया जाय तो वह आसानी से फिट हो जाता है। वृत्ताकार मुखाकृति के जातक का गाल, मांसल से भरा हुआ एवं चिकना होता है, इनका शरीर स्थूल तथा उदर लम्बा होता है। ऐसे जातक कल्पनाशील, भावुक, स्वप्नदर्शी, प्रसन्नचित्त, मिलनसार एवं संवेदनशील होते हैं। वृत्ताकार मुखाकृति के जातक अधिक परिश्रम में पीछे हट जाते हैं तथा आराम करना अधिक पसंद करते हैं। यदि ऐसे जातक में जल तत्व की अधिकता होती है तो संघर्ष से दूर भागते हैं और निराशावादी होते हैं । वृत्ताकार मुखाकृति वाले स्त्री जातक श्रृंगारप्रिय, पतिव्रता, चंचल, स्नेही, उदार होती हैं । यदि वृत्ताकार मुखाकृति की स्त्री जातक में जल तत्व की अधिकता होगी तो वह दुर्बल निराश एवं रोग ग्रस्त होगी । 16

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