Book Title: Saral Samudrik Shastra
Author(s): Arunkumar Bansal
Publisher: Akhil Bhartiya Jyotish Samstha Sangh

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Page 36
________________ सरल सामुद्रिक शास्त्र 7. बुध रेखा ललाट पर पायी जाने वाली बुध रेखा से जातक में – विद्वत, वाणी, वाक्पटुता, तर्क शक्ति, बौद्धिक गुण, निर्णय क्षमता, अच्छे बुरे की समझ, गणित आदि के बारे में जाना जाता है। 1. जिस जातक की बुध रेखा निर्दोष एवं स्पष्ट हो, तो वह जातक अनेक लोगों का मित्र होता है। यदि यह रेखा खण्डित हो तो जातक को दुःख भुगतना पड़ता है। अच्छी बुध रेखा जातक में तर्क शक्ति, वाक्पटुता एवं अच्छे बुरे की समझ उत्पन्न करती हैं। 2. दोषपूर्ण या खण्डित बुध रेखा जातक , में वाद-विवाद की भावना उत्पन्न करती है तथा गणित विषय में ONO असफलता दिलाती है। 3. बुध रेखा स्पष्ट मोटी और नीचे की ओर चन्द्राकार होने से जातक में भाषण की दक्षता, विद्वता, एवं ख्याति दिलाती है। 4. बुध रेखा क्षेत्र में अधिक रेखा होने से जातक अधिकाधिक बोलने के कारण स्वतः का सम्मान खोता है और दुःखी रहता है। 5. यदि ललाट में एक सर्पाकार रेखा हो तथा बुध रेखा क्षेत्र में दो से अधिक खड़ी रेखायें हो तो जातक अच्छा वक्ता और स्त्रियों के मध्य रहने वाला होता है।

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