Book Title: Saral Samudrik Shastra
Author(s): Arunkumar Bansal
Publisher: Akhil Bhartiya Jyotish Samstha Sangh

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Page 47
________________ सरल सामुद्रिक शास्त्र इनके जीवन में किसी कार्य का व्यवस्थित रूप नहीं होता। एक बार में ये एक से अधिक कार्य अपने हाथ में ले लेते हैं और उनमें से कोई भी कार्य भली प्रकार से पूर्ण नहीं होता, जिसकी वजह से इनके मन में निराशा भी घर कर लेती है। सामान्यतः ऐसे व्यक्ति जीवन में असफल होते हैं। 2. संकड़ी हथेली – ऐसे व्यक्ति सामान्यतः कमजोर प्रकृति वाले होते हैं। ये व्यक्ति अपने ही स्वार्थ को सर्वाधिक महत्त्व देते हैं अपने स्वार्थ साधन में T यदि अन्य व्यक्ति का अहित भी हो जाता है, तो ये परवाह नहीं करते। ऐसे व्यक्तियों पर आसानी से विश्वास करना ज्यादा उचित नहीं कहा जा सकता। 3. समचौरस हथेली जिन व्यक्तियों की हथेली समचौरस होती है अर्थात् हथेली की लम्बाई और चौड़ाई बराबर होती है, वे व्यक्ति स्वस्थ, सबल, शान्त और दृढ़ निश्चयी होते हैं ऐसे व्यक्ति पूरी तरह से पुरुषार्थी कहे जाते हैं। जीवन में ये जो भी बनते हैं या जो भी उन्नति करते हैं वह अपने प्रयत्नों के माध्यम से ही करते हैं। इनके स्वभाव में दृढ़ निश्चय होता है । - 4. चौड़ी हथेली - जिन व्यक्तियों की चौड़ी हथेली होती है, वे चरित्र की दृष्टि से अच्छे तथा मजबूत हृदय वाले होते हैं। उनकी कथनी और करनी में कोई भेद नहीं होता और एक बार जो ये बात अपने मुंह से कह देते हैं, उस पर ये खुद भी दृढ़ रहते हैं और यदि किसी को इस प्रकार का कोई आश्वासन दे देते हैं, तो उसे यथासंभव पूरा करने की कोशिश करते हैं। 5. सख्त हाथ - ऐसे व्यक्तियों का जीवन रूखा और कठोर-सा होता है । प्रेम के क्षेत्र में भी कठोर बने रहते हैं और प्रेम के मामले को भी ये युद्ध के मामले की तरह समझते हैं। यदि बहुत अधिक सख्त हाथ हो तो ऐसे व्यक्ति सामान्यतः मजदूर होते हैं ऐसे व्यक्ति अपने कार्य को सबसे अधिक महत्व देने वाले होते हैं तथा बाधाओं के आने पर भी ऐसे व्यक्ति निराश नहीं होते, अपितु लगातार उस कार्य को करते रहते हैं। | I 47

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