Book Title: Sanskrit Sopanam Part 04
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

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Page 7
________________ ॥ || || || || || || | || || | || || | शब्दार्थाः पृथिवी = पृथ्वी, जमीन (the earth) दुर्लभ = कठिनता से मिलने वाला (difficult to get) मानुष्यम् । मनुष्य-रूप (human form) वन्द प्रणाम करना (to salute) सुजल बहुत जलों (नदियों) से युक्त (having many rivers) सफल बहुत फलों वाला (having many fruits) मलयज चन्दन वृक्ष (sandal tree) शीतल ठंडा (cool) शस्यम् अन्न, अनाज (grains) श्यामल काला (black) शुभ्र उज्ज्वल (bright) ज्योत्स्ना चाँदनी (moonlight) पुलकित प्रसन्न (rejoiced) यामिनी रात (night) फुल्ल खिला हुआ (blossomed) कुसुमित = फूलों से युक्त (flowered) द्रुमः - पेड़ (tree) दलम = समूह (large number) शोभिनी = शोभा वाली (elegant) सुहासिनी = सुन्दर रूप से (one that smiles मुस्कुराने वाली beautifully) सुमधुर = बहुत मीठा (very sweet) भाषिणी = बोलने वाली (speaker) सुखद = सुख देने वाला (giver of comfort) वरद - श्रेष्ठ वस्तु देने वाला (giver of the best) नया धातु (New Root)-वन्द A* नए विशेषण (New Adjectives) विशेषणानि दुर्लभः दुर्लभा दुर्लभम् सुजलः सुजला सुजलम् सुफलः सफला सुफलम् शीतला शीतलम् || || | || || || शीतलः

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