Book Title: Samkhitta Taramgavai Kaha
Author(s): H C Bhayani
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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तरंगलाला
२२७
लाभालाभ दुक्ख ५१३ लायण्णेणं घडिया ४४ लिहिओ उ भुज-पत्ते ६५८ लुंचइ कुसुमुम्मिस्से १५५१ लुंचामि अग्ग-पक्खे ३५२ लेह-पवत्ती-पणयणा ६४९ लेह गणिय रूव ११७ लेहो पीइ-समागम • ७७१ लोगे इय पडिस्सुइ ५१ लोभेण काम-सुह ० १४८० लोहमय मे हियय ३७७ व-भंजण-सण ११०१ वइसाह-ठाण-ठियओ ५७० वड-पायव महल्लं ११७८ वण-कुसुम-बद्ध° १३९८ वण-गमण-चलण ° ११०५ वण-पण्ण-लावियाओ १०९० वण-महिस-वग्घ १०६३ वणहत्थि-मत्त-दंत ° २९७ वणहत्थि-हत्थ ° १०६५ वण-हत्यि मग्गंतो 1३९९ वण्ण-रस-रूव० १५८ "
१३२३ वद्धावण-आसीसा १२११ वद्धाबिया १५६८ वम्मह-कज्ज भरइ ७१० वम्मह-सर-संतत्तो ९११ वर-भवण-पडिहार ° ४७० वरिसधर-थेर ० १२०१ वल्लूर-सरस °१३७५ ववहारेहि समंता ६३० वसण-परिपीडिएण ११०९ वसणुस्सव-दोस-गुणा १२०४ वसमक्खिय. १५८५ वसिऊण केइ ११६१ वंदइ य विम्हिय°३९
वंदित्तु सव्व १ वाउ-बल-चलोणल्लिय ° ३७५ वाएणं पडियाओ २३९ वाणियग-सत्थिय ० १४३३ वामा खेमा घायंति ८६५ वाय-परियत्तिएक ० १२०८ वायायवोवहय ° ३३४ वासाआलमिह १९८० वासाणि कइवयाणि .१५७३ वासाय-भइगया ११८८ वासुरयसहि (?) ९५९ वाह कुल-कोस ° १३८२ वाहिं दुज्जण-मेत्ति २७५ वाही-भुय-परिरंभण ° १३९५ वाहीहि जत्थ कीरइ १३७६ वाहेण नदी-कच्छे ५७३ विक्किण्ण-केसहत्था ९९६ विडि-पेक्लिय च ११७६ विणएण गुरु-जणो १२८ विणय-गुण-रूव ° १७२ विणय-रइयंजलिं . ८१७ विणय-रयणायरो १०० विण्णाण-निमित्तं १३५० वियण-वियासिय तुंड ३४९ विरलुस्सासेण १५३३ विलया-जणस्स विग्धो ४१४ विविह-गुण-जोग° ४७७ विस्सस माए ७८७ . विझगिरि-परिक्खित्तं १४३२ वीर-कणय-वलय ° २५४ वीर-भड-लंछणेहिं ९८२ वीसज्जिया य ७४६ वीसम ताव मुहुतां १११४. वेसत्तणेण ददलु ७०१ सउण-गण-विविह ° २५५ सक्कुलि-देसेसु ३४
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