Book Title: Samkhitta Taramgavai Kaha
Author(s): H C Bhayani
Publisher: L D Indology Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 317
________________ ३०२ તરંગલોલા १३४.२. पुव्व-पयत्ताढत्त १३५.१. तरंगवइयाए १३९.१. वोत्तु १४१.२. -वित्तीय १४३.२. मोत्तर्ण; पेच्छामि ण सोय१४६.१. -मत्तवारणय-विदुमेएवि (१) १५०.१. इमस्स निरूवर्ग १५२.२. हसंतीए १५६.२. विचितेमि १५७.२. [य] धरेमि १६०.२. विचिंते[मि] ? १६२.२. वि साहेइ १६३.१.बेती य १६४.१. मह नाहो सी (2) १६६.१. जणिय१६९.१. जणं १७२.२. पड-, -कम्म-पेच्छण१७६.१. रुइर१७६.२. वणे (१) १७८.२. चक्क १७९.१, कहमेयं ते पत्तं १७९.२. विम्हिय मुद्देहिं; निविठेहिं १८५.०. सेट्टी-कण्णाए लिहियं अणुभूयं ति सो वि गओ १८६.२. साहिय' [] १८८.२. ता अत्थि उवाओ तो संपत्ती होहि[इ] कमेण १८९.१. अह [पि पिट्टओ १९०.१. नाउ १९२.१. सो धणदेवस्स १९३.१. तुट्टा (वि तो) १९६... तुम्ह-कए १९८.१. दु(? रु)ट्ठो . १९८.२. ० उत्थण(?) २००.२. सावय-कय(3)२०१.२. ०मिणं २०२.१. घेत्तु २०४.१. मज्झ वयण अइ० २०४.२. सा (2) २०९.१. फुड हट्ठा २१५.१. गहेऊण २०२.१. रायकुल[-वल्लहो अ]इडओ २०२.२. नगरस्स य पहाणो २२१.१. गुण-बुद्धि (2) २२२.२. जह २२३.१. मग्गम्मि २२३.२. वच्चंतेण २२४.२. तुरमाण-भोज्जाई २२६.१. नियत्ति २२९.१. -गय() २३३.२. समोइण्णा २३४.१ खीलम्मि २३५.२. अवला ० २३७.१. दाहिण२३९.२. पल्लवइ २४२.२. णिवडिया २४५.२. [य] निस्सह २४६.१. दळूण २५२.१. गहिय-संदेस२५२.२. जहा २५४.१. सुरक्खिय २५५.१. पवज्जि २५९.२. तओ[य] २६१.२. अम्ह [दाहामो] २६२.१. अम्ह २६३.१. अम्ह २६४.१. अम्ह २.६९.१. सोऊण २७१.१. पत्तलीए २७६.१. उप्पीलिय(6) २७७.१. णे (2) २८०.२. पउमदेवो Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324