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ऋषि मंडल यंत्र बनाने की तरकीब
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ही कार के उपर अर्ध चन्द्राकार जो चिन्ह है वह सफेद कला युक्त माना गया है, क्योंकि चन्द्रकला सफेद होती है इस लिये उसमें श्वेत वर्ण वाले तीर्थङ्कर भगवान का नाम लिखना चाहिए | अतः इस तरह से लिखे ।
॥ चंद्रप्रभ पुष्पदंतेभ्यो नमः ॥
इस तरह लिखे बाद चन्द्रकार कला के उपर जो बिन्दु श्याम वर्ण वाला बयान किया गया है इस लिये बिन्दु में श्याम वर्ण वाले तीर्थङ्कर का नाम इस तरह लिखे ।
॥ मुनिसुव्रत नेमिनाथेभ्यो नमः ॥
इस तरह लिखे बाद ह्रीँ कारके सिरे की लाइन जो मस्तक पर होती है वह लाल वर्ण की बताई गई है इस लिये उसमें लाल वर्ण वाले तीर्थङ्कर का नाम इस तरह लिखे ।
॥ पद्मप्रभ वासुपूज्येभ्यो नमः ॥
ऐसा लिख लेने बाद ही का दीर्घ ईकार याने ई की मात्रा जिसका हरा रंग बताया गया है अतः हरे वर्ग वाले तीर्थङ्कर का नाम इस तरह लिखे ।
॥ मलि पार्श्वनाथेभ्यो नमः ॥
इस तरह लिख लेने बाद बाकी रहा हुवा ही कारका विभाग जो हकार रकार है, वह पीले वर्गका बताया है
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