________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
ऋषि मंडल यंत्र बनानेकी तरकीब
(१५) ॐ ही क्षेत्रद्धिप्राप्तेभ्यो नमः (१६) ॐ ही अक्षीणमहानसद्धिमाप्तेभ्यो नमः
इस तरह सोलह कोठों में लिखने बाद चौथा मंडल तैयार हो गया समझना चाहिए ।
बाद में इसी चौथे मंडल के पास ही पांचवाँ गोलाकार मंडल चौबीस कोठे वाला बनावे जिस में लिखने की शरुआत अनुक्रम से उपर बताये अनुसार ही करे, और नम्बर वार चौबीस ही कोठों में इस तरह लिखे ।
(१) ॐ ह्रीं ह्रीदेवीभ्यो नमः (२) ॐ ही श्री देवीभ्यो नमः (३) ॐ ही धृतिभ्यो नमः (४) ॐ ह्री लक्ष्मीभ्यो नमः (५) ॐ ही गौरीभ्यो नमः (६) ॐ ह्री चंडीभ्यो नमः (७) ॐ ह्री सरस्वतीभ्यो नमः (८) ॐ ह्री जयाभ्यो नमः (९) ॐ ही अंबिकाभ्यो नमः (१०) ॐ ह्री विजयाभ्यो नमः
For Private and Personal Use Only