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ऋषिमंडल सकलीकरण
--AVIOAN
सकलीकरण अर्थात् अंग प्रतिष्ठा मंत्र का जाप करने से पहले करने की होती है जिसका विवरण इस प्रकार है।
आत्मशुद्धि मंत्र ॥ ॐ ही नमो अरिहंताणं ॥ ॥ॐ ही नमो सिद्धाणं ॥ ॥ ॐ ह्री नमो आयरियाणं ॥ ॥ ॐ ही नमो उवज्झायाणं ।। ॥ ॐ ही नमो लोए सव्व साहूणं ।।
इस आत्मशुद्धि मंत्र का एकसौ आठ जाप कर लेना चाहिए । यह महा मंगलिक आत्मबल को बढाने वाला मंत्र है।
प्राण प्रतिष्ठा मंत्र
॥ॐ ही वज्राऽधिपतये आँ हाँ ऐं ह्रौं शृं हूँ क्षः॥
प्राण प्रतिष्ठा के हेतु इस मंत्र का इक्कीस जाप कर लेना चाहिए, और बाद में इसी मंत्र द्वारा निज की चोटी (शिखा) अनेक (उत्तरासङ्ग) कंकण कुंडल अंगुठी व पूजा पाठ में
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