Book Title: Ratnagyan
Author(s): Yogiraj Mulchand Khatri
Publisher: Shiv Ratna Kendra Haridwar

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Page 49
________________ सर्व-सिद्ध-यन्त्र * श्री यन्त्र-श्री (यश) तथा लक्ष्मी प्राप्ति के लिए। * श्री महालक्ष्मी यन्त्र दर्शन मात्र से धन, मान तथा रिद्धिसिद्धि प्राप्त। * श्रीदुर्गा यन्त्र विशेष संकट निवारण हेतु । * श्री बीसा यन्त्र-भूत-प्रेत व्याधा हटाने के लिए। * श्री मंगल यन्त्र-शादी विवाह तथा शुभ कार्यों में आए हुए विघ्न हटाने के लिए। * श्री बंगला मुखी यन्त्र-मुकद्दमा या शत्रुओं पर विजय प्राप्ति हेतु। * श्री कुबेर यन्त्र-धनपति बनने के लिए। * श्री गणेश यन्त्र-विद्या-बुद्धि, रिद्धसिद्धि के लिए। . धन्धा यन्त्र, नवग्रह शान्ति, शंकर यन्त्र अनेक प्रकार के लगभग १५० किस्म के यन्त्र, तांबा, पंच धातु, अष्ट धातु, चाँदी लोहा आदि अनेक धातुओं में और भिन्न-भिन्न साइज चार इन्च से ५ फुट तक के हमारे यहाँ से मिल सकते हैं। ४-५ फुट का यन्त्र आप शोरूम और मन्दिर में भी लगा सकते हैं। जिसका मूल्य अष्टधातु में लगभग २१०० रुपये है । अथवा अपना नक्शा और साइज देने पर यन्त्र विशेषज्ञ पण्डित एवं कारीगरों द्वारा निर्माण भी कराया जा सकता है। सम्पूर्ण जानकारी हेतु मिलें या लिखें ___ योगीराज मूलचन्द खत्री शिव रत्न केन्द्र [रजि०] सन्तल सराय, ऊपरी मञ्जिल, गऊघाट, हरिद्वार [३६] रत्न ज्ञान Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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