Book Title: Ratnagyan
Author(s): Yogiraj Mulchand Khatri
Publisher: Shiv Ratna Kendra Haridwar

View full book text
Previous | Next

Page 58
________________ ॐ नमः शिवाय नीलम यह कुरविन्द जाति का रत्न है। नीला अल्युमिनियम और ऑक्सीजन का यौगिक है। अल्प मात्रा में कोबाल्ट मिला रहने से रंग नीला होता है। नीलम पुखराज के साथ ही पैदा होता है। नीलम और पुखराज कुरुन्दय वर्ग के रत्नों में है। नीलम का रंग : __ गहरे नीले रंग का होता है। गहरा नीला होने से कालापन जैसा देखने में आता है । नीलापन लिए हुए आसमानी रंग का भी नीलम होता है सफेद, पीला, गलाबी रंग में भी नीलम किसीकिसी खदान में पाया जाता है। परन्तु सफेद या गुलाबी बहुत कम पाया जाता है। प्राप्ति स्थान : नीलम को खदान बर्फ जमने वाले पहाड़ों में पायी जाती है। बर्फ की चट्टानें जमते-जमते जब नीचे का भाग पत्थर बन जाता है, नीलम वहाँ पैदा होता है । बर्फ की चट्टानों को तोड़कर गहराई से नीलम को निकाला जाता हैं। नीलम बर्मा, बैंकाक (थाईलैंड), जम्म (भारत) कष्टवाड़ के इलाकों में पाया जाता है लंका में भी नीलम पैदा होता है। भारत में लोग लंका का नीलम मांगते हैं। बर्मा के नोलम का भी भारत में प्रचलन है। परन्तु विदेशों में भारत के नीलम की बड़ी मांग रहती है। भारत में नीलम की खाने बन्द पड़ी हैं। वास्तव में भारत का नीलम उच्चश्रेणी का है। परन्तु भारतीयों की प्रत्येक वस्तु के प्रति धारणा बन गई है कि विदेशी वस्तु अच्छी • रत्न ज्ञान [४८] - - - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90