Book Title: Ratnagyan
Author(s): Yogiraj Mulchand Khatri
Publisher: Shiv Ratna Kendra Haridwar

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Page 82
________________ ६० रुपये स्फटिक की माला एवं नग-नगीने तथा शिवलिंग स्फटिक हिमालय की खानों से निकला हुआ कांच के समान चमकदार व पारदर्शी पत्थर है। यह हीरे का उपरत्न होता है। जिसको धारण करने से धन, पुत्र मान सम्मान एवं वशीकरण व सुख शान्ति की प्राप्ति होती है तथा यह रति क्रिया को भी प्रबल करता है। स्फटिक पर तान्त्रिक लोग या सिद्ध पुरुष त्राटक सम्मोहन करते हैं। यह अनेक गुणों से भरपूर होता है । स्फटिक की माला से किया हुआ जप तथा स्फटिक का शिवलिंग अति शुभ एवं कार्य सिद्धि वाला कहा जाता है। __हमारे यहाँ शुद्ध स्फटिक की मालायें १०६ दानों में काले चने के साईज से छोटी माला काले चने के साईज में ६५ रुपये काले चने के साईज से बड़ी ७० रुपये काबली चने के साईज में ७५ रुपये काबली चने के साईज से मोटी ८५ रुपये जंगली बेर की गुठली के साईज में ६५ रुपये और बड़े साईज में १२५ व १५० रुपये स्फटिक के अनेकों फायदे हैं जिसकी पूर्ण जानकारी के लिये कृपया ऊपरी मजिल पर ही आने की कृपा करें। निवेदक :योगीराज मूलचन्द खत्री शिव रत्न केन्द्र [रजि०] सन्तल सराय, ऊपरी मञ्जिल, गऊघाट, हरिद्वार-२४६४०१ (फोन : ६६६५) रत्न ज्ञान [६८] - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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