Book Title: Ratnagyan
Author(s): Yogiraj Mulchand Khatri
Publisher: Shiv Ratna Kendra Haridwar

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Page 66
________________ जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता हो । स्त्री रोग से पीड़ित हो, व्यक्ति का मन छटपटाता है या मन में चंचलता है, आत्मज्ञान की चाह है तो गोमेद धारण करने से सभी कठिनाईयां दूर हो जायेंगी। कार्यों में रुकावट हो रही हो, गोमेद लाभकारी होता है । विशेष जानकारी शिव रत्न केन्द्र से प्राप्त करें । धारण विधि : I गोमेद कम से कम सात रत्ती चांदी या पंचधातु की अंगूठी में जड़वाना चाहिये । गोमेद कुम्भ और मकर राशि को शनि की साढ़े सात में हितकर होती है । वैसे इन रत्नों को पहनने के लिये राशि का भी विचार नहीं किया जाता। बुधवार या शनिवार के दिन अपने पूजा ग्रह में पूजा करें, अंगूठी को धारण कर लें। इस रत्न को पहनने के लिये किसी भी राशि का विचार नहीं किया जाता है । गोमेद का गोमूत्र कलर में ५ रुपये से १० रुपये प्रति रत्ती गोमेद की माला 'शिव रत्न केन्द्र' में मिलती है । ★ विधि पूर्वक बनाई हुई गोमेद भस्म भी उपलब्ध है । योगीराज मूलचन्द खत्री शिव रत्न केन्द्र [रजि० ] सन्तल सराय, ऊपरी मञ्जिल गऊघाट, हरिद्वार * एकदम असली रुद्राक्ष * एक मुखी से लेकर चौदह मुखी तक व गौरी शङ्कर रुद्राक्ष तथा हर प्रकार के रुद्राक्ष की छोटी-बड़ी मालायें प्राप्त करें मूल्य सूची इसी पुस्तक में है । सम्पर्क स्थान : शिव रत्न केन्द्र [रजि० ] सन्तल सराय, ऊपरी मञ्जिल गऊघाट, हरिद्वार - २४६४०१ [ ५४ ] रत्न ज्ञान Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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