Book Title: Ratnagyan Author(s): Yogiraj Mulchand Khatri Publisher: Shiv Ratna Kendra HaridwarPage 76
________________ हमारे यहां बढ़िया किस्म के असली रत्न और एक मुखी से चौदह मुखी रुद्राक्ष के छोटे-बड़े दाने मिलते हैं । जैसे नीलम, माणिक, पुखराज, लहसुनिया, गोमेद मूंगा पन्ना, मोती, तथा असली रुद्राक्ष के दाने व मालायें तथा अनेक प्रकार के उपरत्न इत्यादि । स्फटिक, मूंगा, सीप तथा अनेक प्रकार की मालायें नर्वदेश्वर स्फटिक के शिवलिंग, दाहिनावत शङ्ख, हत्ता जोड़ी, गीदड़सींगी, दाब का बन्दा तथा एक मुखी रुद्राक्ष आदि का एकमात्र प्राप्ति स्थान । असली माल की गारण्टी दी जाती है । माल वी०पी०पी० द्वारा भी भेजा जाता है । रुद्राक्ष महात्म्य की पुस्तक व रत्न धारण की पुस्तक भी उपलब्ध है । ★ हमारे यहां माल होलसेल में कमीशन रेट पर मिलता है । ★ हर प्रकार के स्टोन की मालायें हमारे यहाँ से प्राप्त करें । * असली नौरत्न की अँगूठी चांदी में * प्रथम साईज ( छोटे नग में) द्वितीय साईज ( उससे छोटे नग में) तृतीय साईज ( उससे छोटे नग में) चतुर्थ साईज ( उससे छोटे नग में ) पंचम साईज ( उससे छोटे नग में) षष्ठम् साईज (उससे छोटे नग में ) सप्तम् साईज ( उससे छोटे नग में ) अष्ठम् साईज ( सबसे बड़े नग में ) [ ६४ ] Jain Education International For Private & Personal Use Only ६५ रुपये ७५ रुपये १२५ रुपये १७५ रुपये २५० रुपये ३५० रुपये ५०५ रुपये ७०० रुपये रत्न ज्ञान www.jainelibrary.orgPage Navigation
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