Book Title: Ratnagyan
Author(s): Yogiraj Mulchand Khatri
Publisher: Shiv Ratna Kendra Haridwar

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Page 57
________________ ॐ नमः शिवाय नवरत्न यन्त्र नवग्रहों के प्रकोप से बचने के लिये नवरत्न यन्त्र तैयार किया गया है। इस यन्त्र में नौरत्न, हीरा, पन्ना, मोती, मूगा, पुखराज, माणिक लहसुनिया, नीलम, गोमेद हैं। यह असली रत्नों से जटित है। इस यन्त्र को दीपावली की रात को मन्त्रों द्वारा सिद्ध किया गया है। नवग्रहों में से किसी भी ग्रह के प्रकोप से रक्षा करता है। अन्य ग्रह भी अनुकूल रहते हैं। इसे अपनी दुकान, फैक्ट्री व घर के पूजा ग्रह में रखने से अनेकों प्रकार के अनिष्टों से रक्षा करता है। धन लक्ष्मी की बुद्धि प्रदान करने में सहायक है, इसका दर्शन, पूजन, स्पर्श सौभाग्य को बढ़ाने वाला है। इस यन्त्र की भेंट ११००/-रुपये है। * शुद्ध किये गये बाजू बन्द * १. ३ रत्ती साईज चाँदी में ४५०/- रुपये २. ५ रत्ती साईज चाँदी में ५२५/- रुपये ३. ६ रत्तो साईज चाँदी में ६५०/- रुपये ४. ८ रत्ती साईज चाँदी में ८५०/- रुपये ५. १० रत्तो साईज चाँदी में ११२५/- रुपये ६. लगभग १५-२० रत्ती साईज में महारत्न २१००/- रुपये ७. लगभग २०-२५ रत्ती हाई पावर साईज ३१००/- रुपये नोट-उपरोक्त सभी वस्तुओं में हीरा छोटे साईज में होगा। रत्न ज्ञान [४७] Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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