Book Title: Ratnagyan Author(s): Yogiraj Mulchand Khatri Publisher: Shiv Ratna Kendra HaridwarPage 52
________________ मिथुन और कन्या राशि वालों को पन्ना धारण करना चाहिये । पन्ना पाप नाशक है। संकट से बचाता है, बुद्धि दाता है, मानसिक शान्ति मिलती है, क्रोध को शान्त करता है। नेत्रों की ज्योति बढ़ाता है। इस रत्न में अनोखी विकरण शक्ति विद्यमान है। शरीर को स्वस्थ और मन को प्रसन्न रखता है। धारण विधि : पन्ना रत्न को कम से कम साढ़े चार रत्ती का पहनना चाहिये। इस रत्न को चाँदी और पंचधातु की अंगठी में जड़वाकर पहना जाता है । बुद्धवार के दिन सूर्य उदय से पूर्व ही उठकर शौच स्नान से निवृत्त हो जाना चाहिये। उसके बाद मन्दिर में या अपने पूजा स्थल में बैठकर अपनी मनोकामना को अपने इष्ट से प्रकट करें। तथा उसे पूरा करने की प्रार्थना भी करें। रत्न अड़ित अंगूठी को धूप-दीप-पुष्प से पूजित करें और अपने इष्टदेव के चरणों में स्पर्श कर हाथ की कनिष्ठा अंगली में धारण कर लें। कोई किसी प्रकार का विशेष परहेज नहीं है। * पन्ने का मूल्य प्रति रत्ती * स्पेशल क्वालिटी I क्वालिटी II क्वालिटी III क्वालिटी १५० से ३०० तक ८५ से १०० ४५ से ६५ १५ से ४० * जप करने के लिये अथवा गले में धारण करने के लिये हमारे यहाँ पन्ने की माला मिल सकती है। पन्ने रत्न की आयुर्वेद विधि से बनायी हुई पिस्टी और भस्म भी उपलब्ध है। योगीराज मूलचन्द खत्री एवम् श्रीमती सुशीला खत्री शिव रत्न केन्द्र (रजि0) सन्तल सराय, ऊपरी मञ्जिल, गऊघाट हरिद्वार १४२] रत्न ज्ञान - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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