Book Title: Pudgal kosha Part 1 Author(s): Mohanlal Banthia, Shreechand Choradiya Publisher: Jain Darshan Prakashan View full book textPage 8
________________ ( 6 ) + + जैन वाङ्मय का दशमलव वर्गीकरणा मूल विभागों की रूपरेखा जै० द० व० सं० यू. डी. सौ. संख्या ...—जैन दार्शनिक पृष्ठभूमि १-लोकालोक. . ५२३.१ २-द्रव्य--उत्पाद-व्यय-ध्रौव्य ३-जीव १२८ तुलना ५७७ ४-जीव परिणाम ५-अजीव-अरूपी ११४ . ६ - अजीव-रूपी-पुद्गल ११७ तुलना ५३९ ७-पुद्गल परिणाम ... ८-समय-व्यवहार-समय ११५ तुलना ५२९ ९-विशिष्ट सिद्धान्त १-जैन दर्शन ११-आत्मवाद १२-कर्मवाद-आस्रव-बंध-पाप-पुण्य १३–क्रियावाद-संवर-निर्जरा-मोक्ष १४-जनेतरवाद १५-मनोविज्ञान १६-न्याय-प्रमाण १७-आचार संहिता १८-न्याद्वाद-नयवाद-अनेकान्तादि १९-विविध दार्शनिक सिद्धान्त २-धर्म २१-जैन धर्म की प्रकृति २२-जैन धर्म के ग्रन्थ २२ २३-आध्यात्मिक मतवाद २३ २४-धार्मिक जीवन २४ २५–साधु-साध्वी-यति-भट्टारक-क्षुल्लकादि २६-चतुर्विध संघ २६ २७ -जैन का साम्प्रदायिक इतिहास २८-सम्प्रदाय २८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 ... 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 ... 790