________________
(ख) नीचे प्रारम्भ में दिए गए संज्ञा-सर्वनामों का (कर्ता-रूप में) प्रथमा एकवचन या
बहुवचन में प्रयोग कीजिए तथा मध्य में दिए गए सज्ञा - सर्वनामों में द्वितीया एकवचन अथवा बहुवचन का प्रयोग करते हुए कोष्ठक में दी गई सकर्मक क्रियाओं से निर्दिष्ट कालों में कर्तृवाच्य व कर्मवाच्य में वाक्य बनाइए । सग, सर्वनाम व क्रिया-रूपो के सभी विकल्प लिखिए1. माइ""अम्ह (कोक्क) वर्तमानकाल 2. अम्ह""साहु (रणम) भविष्यत्काल 3. कइ""गाण (गा) विधि एवं प्राज्ञा 4. मंति" नरवइ (नम) भविष्यत्काल 5. तुम्ह"त (थुरण) विधि एवं प्राज्ञा 6. अरि""अम्ह (हण) वर्तमानकाल 7. अम्ह""तवस्सि (सुमर) वर्तमानकाल 8. जामाउ""भोयण (खाद) भविष्यत्काल 9. पहु""अम्ह (पेच्छ) वर्तमानकाल
उदाहरणकर्तृवाच्य-माई मइ कोक्कइ/कोक्केइ/कोक्कए/कोक्कदि/कोक्कदे । कर्मवाच्य-भाइणा अहं/हं/अम्मि कोक्किज्जमि/कोक्कोअमि/को विकज्जामि/
कोक्कीमामि ।
(ग) नीचे विभक्तिसहित संज्ञाएं दी गई हैं। इनके मूलशब्द, लिंग, वचन, विभक्ति एवं
प्रत्यय लिखिए1. सामिणा
2. कईहिं
3. वारीई 4. अट्ठिणा
5. भत्तीउ
6. तत्ती 7. लच्छीमा 8. सत्तूहि
9. भत्तीप्रो 10. पहू
11. साहुणा 12. महूहि
_132
]
[ प्राकृत अभ्यास सौरभ
Jain Education International 2010_03
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org,