Book Title: Prakrit Abhyasa Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 233
________________ अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर पत्राचार अपभ्रंश डिप्लोमा परीक्षा, ............ प्रश्नपत्र-तृतीय प्राकृत एवं अपभ्रंश-व्याकरण रचना समय-3 घण्टे पूर्णाक -150 1. निम्नलिखित वाक्यों का प्राकृत एवं अपभ्रंश में अनुवाद कीजिए। प्राकृत अनुवाद की संरचना भी लिखिए। (संज्ञा-सर्वनाम शब्दों, क्रियाओं तथा कृदन्तों के केवल एक विकल्प का प्रयोग कीजिए। अनुवाद-20 अंक संरचना--10 अंक (10 वाक्य पूछे जायेंगे) 30 2. क. निम्नलिखित प्राकृत के पद्यों का हिन्दी में अनुवाद कीजिए। 16 (प्रत्येक चयनिका में से दो पद्य पूछे जायेंगे) ख. निम्नलिखित प्राकृत के पद्यों का अकादमी पद्धति से व्याकरणिक विश्लेषण कीजिए। (प्रत्येक चयनिका में से पद्य की एक पंक्ति का व्याकरणिक विश्लेषण पूछा जायेगा) 3. निम्नलिखित अपभ्रंश के पद्य का हिन्दी में अनुवाद कीजिए । क. (चयनिका में से दो पद्य पूछे जायेंगे) ख. निम्नलिखित अपभ्रंश के पद्य का व्याकरणिक विश्लेषण कीजिए। 2 (चयनिका में से एक प्रश्न पूछा जायेगा) 4. निम्नलिखित प्राकृत के गधों का हिन्दी में अनुवाद कीजिए। (प्रत्येक पाठ में से एक गद्यांश पूछा जायेगा) 5. क. निम्नलिखित शब्दों में सन्धि कीजिए। (4 शब्दों में सन्धि पूछी जायेगी) ख. निम्नलिखित शब्दों का सन्धि विच्छेद कीजिए । (4 शब्दों का सन्धि विच्छेद पूछा जायेगा) 222 ] [ प्राकृत अभ्यास सौरभ Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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