Book Title: Prakrit Abhyasa Saurabh
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 229
________________ .. .. . . परिशिष्ट अंक-योजना दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्रीमहावीरजी परीक्षार्थी का क्रमांकअपभ्रंश साहित्य अकादमी, अंकों में...... (जनविद्या संस्थान) शब्दों में................. भट्टारकजी की नसियां, सवाई रामसिंह रोड़, पंजीयन संख्या ............... जयपुर-302004 प्रश्नपत्र-प्रथम विषय - अपभ्रंश साहित्य अपभ्रंश साहित्य अकादमी, जयपुर परीक्षा तिथि........................ अपभ्रंश डिप्लोमा परीक्षा, ............ प्रथम- प्रश्नपत्र प्रश्न संख्या प्राप्तांक अपभ्रंश साहित्य का इतिहास एवं हिन्दी का प्रादिकाल अवास्तविक क्रमांक ............... . .. . .. . .... .. .. . ... .... ... . ... .. .. ... . .. .... .. .. .... .... . .. . ... .... .... ...... .. ... . ... .. .. .. .. . .... . ... .... .. .. .. . . .. .. .. .. .... . ... .. . .... . ... .. .... .... .... ... . K ... .. . : ............... अंक योजना - 1. प्रश्न के उत्तर में जहां दो या दो से अधिक 6 ..... गलतियों की सम्भावना हो वहाँ उत्तर के 7 ... मूल्यांकन में एक गलती के लिए है अंक कम 8 कर दिया जायेगा । किन्तु जहाँ एक गलती 9 ................ की ही सम्भावना हो वहाँ उत्तर में गलती 10 .......... होने पर शून्य अंक दिया जायेगा । कुल योग 2. प्रत्येक गलती लाल स्याही के गोले 0 से अंकों में........ दर्शायी जायेगी। . .. .. .. .. ... .... ... . शब्दों में.... .. .. . .. ... . 3. प्राप्तांक के कुल योग में है या आने पर अगला पूर्णाङ्क कर दिया जायेगा। (जैसे 60%=61)। परीक्षक के हस्ताक्षर........ दिनांक.... . . .. .... ... ... ..... .. 218 ] [ प्राकृत अभ्यास सौरम Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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