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कठोर की हुई रोटी से मणीराम, तिलों के तेल से माधव, भूशय्या से विजयराम (और) धक्का मुक्के से केशव निकाले गए । इस प्रकार सभी वृतान्त राजा के सामने कहा गया। राजा भी उसकी बुद्धि से अत्यन्त सन्तुष्ट हुआ। उपदेश
चार दामाद के पराभव को सुनकर (तुम) ससुर के गृहवास में सम्मानपूर्वक ही बसो।
प्राकृत अभ्यास सौरभ ]
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