Book Title: Mrutyu Ki Mangal Yatra Author(s): Ratnasenvijay Publisher: Swadhyay Sangh View full book textPage 8
________________ भावना को जन्म देता है और उस हर क्षण । में मौत के दर्शन होते हैं. -जानकार के लिये जीवन एक अद्भुत,अनोखी, अद्वितीय, अनुपम कलाकृति है, जिसका प्रारम्भ जन्म से और अन्त मृत्यु से होता है. -विद्वान् मुनिश्री रत्नसेन विजयजी महाराज द्वारा बालेखित 'मृत्यु की मंगल यात्रा' अपने नाम के अनुरूप ही सुयोग्य कृति है। -इस कृति का स्वाध्याय कर पाठक वृन्द अपनी मृत्यु को मंगल यात्रा में परिवर्तित करें, यही शुभेच्छा। ( 7 ) -Page Navigation
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