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मंत्र यंत्र और तंत्र
मंत्र अधिकार
मुनि प्रार्थना सागर
( 38 ) घंटाकर्ण मंत्र -
(1) ॐ यक्षिणी आकर्षिणी घंटा कर्णे घंटा कर्णे विशाले मम स्वप्नं दर्शय-दर्शय स्वाहा। विधि- नित्य रात्रि को ११०० मंत्र जाप करें, तो ११ वें दिन उसके प्रश्न का उत्तर स्वप्न में मिल जाता है।
( 2 ) श्री घंटाकर्ण द्रव्यप्राप्ति मंत्र- ओं ह्रीं श्रीं क्लीं क्रौं ॐ घंटाकर्ण महावीर लक्ष्मी पूर - पूरय सुख सौभाग्यं कुरु कुरु स्वाहा ।
विधि - धनतेरस को ४० माला, रूप चौदस को ४२ माला तथा दीपावली को ४३ माला का जाप करें तो वह वर्ष निश्चित ही लक्ष्मी प्राप्ति हो । उत्तर दिशा को मुंह करके सफेद वस्त्र, सफेद आसन, सफेद माला का उपयोग करें व व्यापार वृद्धि मंगल कलश की स्थापना करें। दीपक जलाएं।
(3) घंटाकर्ण मंत्र - 'ॐ घंटाकर्णो महावीरः " आदि मंत्र के पीछे “मम बंधी मोक्षं
कुरु कुरु स्वाहा । "
लगाकर कैदी के छोड़ने के अर्थ पश्चिम दिशा में मुख करके २१ दिन तक दस हजार जाप करें, तब यह मंत्र सिद्ध होता है। बंदी के छूटने के पश्चात् दशांश पंचामृत होम करें। ( 4 ) घण्टाकर्ण स्तोत्र
ॐ घंटाकर्णो महावीर, सर्व व्याधि विनाशकः । विस्फोटक भयं प्राप्ते, रक्ष रक्ष महाबलः ॥ यत्रत्वं तिष्ठसे देव, लिखितोऽक्षर पंक्तिभिः । रोगास्तत्र प्रणश्यंति, वातपित्तकफोद्भवाः । तत्र राजभयं नास्ति, यांति कर्णे जपात्क्षयं । शाकिनी भूतवेताला, राक्षसा च प्रभवन्ति नः ॥ नाकाले मरणं तस्य, न च सर्पेण डस्यते । अग्नि चोर भयं नास्ति, ह्रीं घंटाकर्णो नमोस्तुते ॥
ठः ठः ठः स्वाहा ।
विधि - इस स्तोत्र को मंदिर जी में या घर में दीप जलाकर धूप खेते हुए रोज भक्ति पूर्वक पढ़ने से सर्व तरह की बाधायें दूर होकर धन-धान्य आदि की वृद्धि होकर गृह शांति होती है। अथवा उत्तर दिशा में लाल माला, वस्त्र, आसन से ७२ दिन में सवा लाख जप करें, अन्त में दशांश होम करें किसमिश, बादाम, नारियल, चारोली आदि से तो सर्व अरिष्ट शान्त हों ।
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