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मंत्र अधिकार
मंत्र यंत्र और तंत्र
मुनि प्रार्थना सागर
जो प्रतिदिन पांच सौ रुपये तक भेंट दे। (7) छोटा होने का मंत्र (विकला यक्षिणी विद्या) - विकले ऐं ह्रीं श्रीं हूँ स्वाहा। विधि- घर में तीन माह तक जाप करें तो विकला नामक यक्षिणी सिद्ध होय जो अणिमा
विद्या दें। (8) मनवाछित धन प्राप्ति मंत्र (लक्ष्मी यक्षिणी विद्या) - ऐं कमले कमल धारिणी
हंस स्वाहा। विधि- लाल कनेर के फूलों से एक लाख जाप करें कुंड में गूगल से दशांश हवन करें तो
इससे लक्ष्मी नामक यक्षिणी सिद्ध होय, जो पांच विद्या दे तथा मनवांक्षित धन
(9) स्तंभन मंत्र (कालकर्णी यक्षिणी विद्या) - क्रों कालकर्णिके ठः ठः स्वाहा। विधि-ब्रह्म वृक्ष के नीचे एक लाख जाप करें व मधु मिश्रत (चासनी) दशांश हवन करें तो
कालकर्णी नामक यक्षिणी सिद्ध होय, जो सैन्य,अग्नि, मधु, गर्भ आदि स्तंभन की
विद्या दें। (10) वृद्धावस्था न आये मंत्र (महाभय यक्षिणी विद्या) - ह्रीं महाभय एहिं स्वाहा। विधि-श्मशान में जहां मुर्दा जलाया गया हो, वहां बैठकर एक लाख जाप करें तो महाभय
नामक यक्षिणी सिद्ध होय, जो रसायन दे जिसके खाने से वृद्धावस्था नहीं आये व
वृद्धावस्था हो तो युवा हो जाये। (11) महाशक्ति प्राप्त मंत्र (माहिन्द्री यक्षिणी विद्या)- माहिन्द्री कुल कुल युल युल
स्वाहा। विधि- इन्द्रधनुष के उदय के समय निर्गुण्डी वृक्ष के नीचे बैठकर १२००० जाप करें तो
माहिन्द्री नामक यक्षिणी सिद्धि होय जो आकाशगामिनी, पातालगामिनी, नगरप्रवेश, वचनसिद्ध, देव, भूत, प्रेत, पिशाच, शाकिनी, बेताल झोंटिग आदि को दूर करने
की शक्ति दे। (12) अदृश्य होने का मंत्र (श्मशानी यक्षिणी विद्या)- ह्रां ह्रीं स्युः श्मशान वासिनी
स्वाहा। विधि-श्मशान में नग्न होकर ४ लाख जाप करें तो श्मशानी नामक यक्षिणी सिद्धि होय, जो
एक पट्टा दें जिससे अदृश्य होकर तीनों लोकों में घूम सकें। (13) हजार वर्ष तक जीवित रहे मंत्र (चन्द्रिका यक्षिणी विद्या)- ओं नमो भगवती
चन्द्रिकाय स्वाहा। विधि- शुक्ल पक्ष की रात्रि में एक लाख जाप करें तो चन्द्रिका नामक यक्षिणी सिद्धि होय
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