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मंत्र अधिकार
मंत्र यंत्र और तंत्र
मुनि प्रार्थना सागर
विधि- इस मंत्र को १२५००० जाप करके सिद्ध कर लें। फिर जिसको वश करना
हो, अमुक' के स्थान पर उस व्यक्ति का नाम बोलें-२१ बार उच्चारण करें। एक बार उच्चारण करें, एक गाँठ पगड़ी या साफे के दें। इस प्रकार २१ गाँठ देकर पगड़ी या साफा सिर पर धारण कर, जिसे वश करना हो, उसके पास जावें तो वह वश में हो
जाएगा। ( 2) ऊँ ह्रीं रक्त चामुण्डे कुरु कुरु अमुकं मे वश्य मे वश्य मानय स्वाहा। विधि : लालकनेर के फूल, लाल राई, कडुवा तेल का होम करते हुए दस हजार जाप करें
तो अवश्य ही वशीकरण होय। (3.) ऊँ नमो वश्य मुखीराजमुखी अमुकं मे वश्य मानय स्वाहा। विधि : सवेरे उठकर मुंह धोते समय पानी को ७ बार मंत्रित कर मुंह धोने से जिसके नाम
से जपे वह वशी होता है। (4) ऊँ नमो हन हन दह दह पच पच मथ मथ अमुकं मे वश्य मानय मानय कुरु कुरु स्वाहा। विधि : मंत्र से सूर्योदय के समय १०८ बार पानी मंत्रित कर पीने से वश्य होता है। (5). ऊँ नमो मोहनीय सुभगे लिलि ठः ठः । विधि : अपना वीर्य खिला दें तो जीवनभर वश में रहे। (6). ह्रीं क्लीं ब्लू द्रां द्रीं ह्रां आं क्रों क्षीं। जो प्रातः उठकर मंत्र से अभिमंत्रित जल से
अपने मुख को धोता है, वह पुरुष स्त्रियों का कामदेव हो जाता है। (7) ॐ णमो जिणाणं जावयाणं केवल जिणाणं परमोहिजिणाणं सर्व रोष प्रशमिनि
जंभिनि स्तंभिनि मोहिनी स्वाहा॥ विधि- शुभ मुहूर्त में एक काष्ठ पात्र पर मंत्र लिखें फिर उस काष्ट पात्र मंत्र की स्थापना करें। बायें तरफ पार्श्व प्रतिमा की स्थापना करें। मयूरशिखा मूल काष्ठ पात्र के आगे रखे। बिना सिलाई किए हुए वस्त्र पहन कर १०८ दिन तक प्रतिदिन एक माला का जाप करें फिर जहां भी जावें मयूर शिखा मूल पास में रखें तो सर्व सम्मान मिले, वशीकरण हो। (8 ) ऊँ नमो भगवति अम्बिके अम्बालिके यक्षी देवी ' यौं ब्लैं हस्क्लीं ब्लूं ह्र सौं र: र: र: र: दृष्टि प्रत्यक्षं मम (नाम) वश्यं कुरू कुरू स्वाहा। विधि : इस मंत्र से २१ बार मंत्र जप करने से इच्छित मनुष्य वश में होता है। कोष्ठक में
इष्ट व्यक्ति का नाम लिखें। (9) वशीकरण मंत्र-ॐ अरे अरुणु मोहय मोहय देवदत्तं मम वश कुरु कुरु स्वाहा ।
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