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मंत्र अधिकार
मंत्र यंत्र और तंत्र
मुनि प्रार्थना सागर
फल : यह मंत्र इष्ट पुरुष का आकर्षण तथा पुष्टि करता है। घी तथा भात के हवन से सिद्धि होती है। शुक्रवार को झगड़े वाले खेत में दूध या नैवेद्य से एक हजार हवन करके बलि (चरू को) देने से वह खेत अपना हो जाता है। चन्द्रमा और बुध के एक अंश पर आने पर कहीं नक्षत्र पाकर यह कार्य करने से बिना विघ्न के कार्य पूर्ण होता है। (2) सूखा वृक्ष हरा हो मंत्र : ओं नमो आदेश गुरु कू अघोर अघोर महाअघोर अजर अघोर वजर अघोर अंड अघोर पिंड अघोर सिव अघोर संगति अघोर चन्द अघोर सूरज अघोर पवन अघोर पाणी अघोर जमी अघोर आकाश अघोर अनादि पुरुष बूजंत हो अलील ए घट पिंड का रखवाला, जल में न डूवणा अगन में न बलणा सहस्रधारा न कटणा, जमीन के पेट होय लिप जाणा सूका रूंख हरिया होगा। ऊँ अघोर मंत्र सोहं । विधि : पहले ११००० जाप करके इस मंत्र को सिद्ध कर लें फिर जो वृक्ष सूख रहा हो,
उसके पास जाकर पूर्व की ओर खड़ा होकर पानी भरे हुए कांसे के प्याले में नौ
बार मंत्र पढ़कर पानी को वृक्ष के चारों ओर छिड़क दें, वृक्ष हरा हो जायेगा। (3) पुनः वृक्ष पर फल आवें- ॐ नमो पद्मावत्यै इम्ल्ब्यूँ नमः स्वाहा। विधि- पुनः मधुर फल व पत्ते वृक्षों में आ जाते हैं मंत्र के प्रभाव से। (4) पानी मीठा होने का मंत्र- ॐ नमो भगवत्यै चामुण्डायै नमः स्वाहा । विधि- सात दिन तक मंत्रित जल खारे कुएँ या बावड़ी में डालने से पानी मीठा हो जाता
है।
(112) पुरुष व स्त्रियों की सुन्दरता का मंत्र (1) पुरुष व स्त्रियों की सुन्दरता का मंत्र- ॐ रक्ते विरक्ते रक्त वाते हुँ फट् स्वाहा। विधि-इस मंत्र से स्त्रियों की या पुरुषों की लावण्य बढ़ जाती है वा कुरूपता दूर हो जाती
(2) कान्ति बढ़ाने का मंत्र- ॐ ह्रीं क्लीं श्री कंकाल काली मधुमातंगी मदविह्वली
मनमोहिनी मकर-ध्वजे स्वाहा। विधि- यह स्नान मंत्र है। इसको पढ़कर स्नान करने से कान्ति बढ़ती है।
(113) स्त्रियों का रक्तस्राव बन्द हो मंत्र (1) स्त्रियों का रक्तस्राव बन्द हो मंत्र- ॐ णमो लोहित पिंगलाय मातंग राजानां
स्त्रीणां रक्तं स्तम्भय-स्तम्भय ॐ तद्यथा हुसु हुसु, लघु-लघु, तिलि-तिलि,
मिलि-मिलि स्वाहा। विधि- लालसूत्र या मौली को दोहरा करके सात गांठे लगावें तथा इक्कीस बार इस मंत्र से अभिमन्त्रित कर डोरा स्त्री के वाम पैर के अंगूठे पर बांध दें तो तत्काल रक्तस्राव
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