Book Title: Mantra Adhikar
Author(s): Prarthanasagar
Publisher: Prarthanasagar Foundation

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Page 143
________________ ल 6F9 P मंत्र अधिकार मंत्र यंत्र और तंत्र मुनि प्रार्थना सागर ॐ अ: नम: जिह्वाग्रे, अ: जिह्वा के अग्रभाग पर ॐ कं नमः दक्षिणबाहुदण्डे, क दाहिने भुजा ॐ खं नमः दक्षबाहुमध्य संधौ, ख दाहिने भुजा मध्य संधी ॐ गं नमः दक्षबाहुनाड़ी संधौ, __दाहिने हाथ की नाड़ी संधि ॐ घं नमः दक्षकरांगुलि संधौ, घ दाहिने हाथ की अंगुलि संधि ॐ हुं नमः दक्षकराग्रे, दाहिने कराग्रे ॐ चं नमः वामबाहुदण्डे, वाम भुजा ॐ छं नमः वामबाहु मध्य संधौ, छ वाम भुजा मध्य संधि ॐ जं नमः वामहस्त नाड़ी संधौ, वाम हाथ नाड़ी संधि ॐ झं नमः हस्तांगुलि संधौ, झ वाम हाथ अंगुलि संधि ॐ जं नमः वाम हस्ताग्रे ञ वाम कराग्रे ॐ टं नमः दक्षपाद मूले (जंघा), दक्षिण पाद मूल (जंघा) ॐ ठं नमः दक्षपाद मूले (जंघा), ठ दक्षिण पाद मूल (जंघा) ॐ डं नमः दक्षपाद गुल्फे, ड दक्षिण पाद गुल्फ ॐ ढं नमः दक्ष पाद गुल्फे, दक्षिण पाद गुल्फ ॐ णं नमः दक्ष पादाग्रे, दक्षिण पादाग्रे ॐ तं नमः वाम पादाग्रे, त वाम पादाग्रे ॐ थं नमः वाम पाद मूले (जंघा), थ वाम पाद मूल (जंघा) ॐ दं नमः वाम पाद गुल्फे द वाम पाद गुल्फ ॐ धं नमः वामपाद गुल्फे ॐ पं फं नमः दक्ष पार्श्व दिकुक्ष्यंतं, पफ दक्षिण कुक्षि के पार्श्व में ॐ वं भं नमः वाम पार्श्व दिकुक्ष्यंतं, ब भ वाम कुक्षि के पार्श्व में ॐ मं नमः उदरे, म नाभि पर ॐ यं नमः हृदि, य हृदय पर ॐ रं नमः दक्ष स्कंधे, र दाहिना कंधा ॐ लं नमः ग्रीवायां, गला पर ॐ वं नमः वाम स्कंधे, बायां कंधा ॐ शं नमः हृदयादि दक्षिण करे, श हृदय एवं दाहिने हाथ के मध्य ॐ षं नमः हृदयादि वाम करे, ___ष हृदय एवं बायें हाथ के बीच oo" ७ F 235

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