Book Title: Jyotirvignan Shabda Kosh
Author(s): Surkant Jha
Publisher: Chaukhambha Krishnadas Academy
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५६२
अकारादिशब्दाः
शित
शिति
शितिकण्ठ = (महादेव: ),
शितिदीप्ति
शितिरुचि
शितिवासस्
शिनेर्नप्तृ
शिपिविष्ट
शिफा
शिरस् शिरसिजाधिवासन
शिरोग्रह
शिरोद्युचर
शिरोधरा
इसरोध
शिरोवक्त्र
शिला
शिलाऽनीह
शिलारजस्
शिलावीस
शिलोच्चय
शिलोद्भव
शिलौकस्
शिल्प
शिल्पकार
शिल्पकारिन्
शिल्पिन्
शिल्पिशाला
शिव
शिवकाञ्ची
शिवतिथि
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ज्योतिर्विज्ञानशब्दकोषः
पृष्ठाङ्काः | अकारादिशब्दाः २२४ शिवत्रितय
१४, ५३ शिवदूती
(शिवद्वय
५२ शिवनयनाख्या
५२ शिवनामन्
५२ शिवपुत्र
२२७ शिवमूर्ति
२२८ शिवयोग
शिवरात्रिव्रत
१२१
शिवनीर्यज
१३४ शिवशेखरा
५४ शिवसख
५४ शिवा
२२९ शिवाशा
२२९ शिविर
५४ शिवेश
१३९ शिशिर
२२१ शिशिरकर
१३९ शिशिरकिरण
२२१ शिशिरगु
२०४ शिशिरगुतनय
७, २२५, २४३
२०३ शिशिरतनु
२२९ शिशिरमयूख
१३९ शिशिरांशुज
१३९ शिशिरांशुसून
१३९ शिशु
१३९ शिशुक
१३८
३, ३, ६, १०, १३, ३१,
१००
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शिशपाल = (नृपविशेष: ),
शिशुपालनगरी = (चेदी)
शिशुपालनिषूदन
२ शिशुमार
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पृष्ठाङ्काः
८०
२३१
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२०१
२४
४४
२२९
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२३४
२०३
२२८
१५, १५, ४२
४०
४१
३९
४६
४०
४१
४६
४६
१४०, २३३
१४०
२१६
१००
२६९, २१६
२६

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