Book Title: Jyotirvignan Shabda Kosh
Author(s): Surkant Jha
Publisher: Chaukhambha Krishnadas Academy
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२०१
२४५
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सामन्
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ज्योतिर्विज्ञानशब्दकोषः अकारादिशब्दाः पृष्ठाङ्काः । अकारादिशब्दाः
पृष्ठाङ्काः सान्ध्य ३६ सायाह्न
१२, १८ सान्नाय्य
२०१ | सार १४२, १२१, २४४, २४६ सापत्न
सारङ्गकलङ्कभृत्
४१ साप्तपदीन
३७, १२७ | सारण साप्तपदीनक
२२१ सारथि साप्तसप्तेय (शनि:)
सारभाज् साभीष्टकालिकदिनगण विशेष:) सारभृत् सामज
२३२ | | सारमत्
२११ सारमुक्त सामर्थ्य १३१, १२१, १३१ सारस सामयोनि २०७ सारस्
२०७ सामवायिक ४९ | सारस्वत
२१२ सामाजिक=(समाजसम्बन्धी)
सारस्वतयज्ञ
२०१ सामिधेनी ७८, २४१ / सारिका
२०९ सागीर
सारिकोष्ठ=(सारिकायाः कोष्ठानि) सामुद्र
२५७ सामुद्रक २५७ सार्थवाह
२६, २४७ सामुद्रिक
२५७ | सार्द्ध=(सारिकायाः कोष्ठानि) सामोद्भव
सारिन् सामोपवेद २११ | सार्थवाह
२६, २४७ साम्परायक
| सार्द्ध (साकम्, सनेमं वा) साम्प्रत
| सार्प साम्वाधिक
सार्पि साम्बुदविंशति
सार्व
२०६ साम्य २४८ सार्वभौम
२३४ साय
सार्वभौमगृह
१३८ सायक
११५, २२१ | साल सायन=(अयनांशसहित:)
साला
२०३ सायनार्क
१६, १६ | सालिल सायम् (सन्ध्याकाल:)
साल्व (नृपविशेष:)
२१६ सायसन्ध्यादेवता=(सरस्वती)
सावन
१२, १२, ६८
०
३०
१२
१३९
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