Book Title: Jyotirvignan Shabda Kosh
Author(s): Surkant Jha
Publisher: Chaukhambha Krishnadas Academy

View full book text
Previous | Next

Page 606
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ५९४ पृष्ठाङ्काः ४८ ज्योतिर्विज्ञानशब्दकोषः पृष्ठाङ्काः । अकारादिशब्दाः २२९, २६६ | सुरराजवन्दित ४७ सुरराजवन्दितपद २६६, २१७ | सुरराजवन्द्य सुररिपु ४८ २६६ सुरर्षि २६६ ४८ अकारादिशब्दाः सुरनिम्नगा सुरनुत सुरपति सुरपतिगुरु सुरपतिवन्दित सुरपथ सुरपपुरोधस् सुरपुरी सुरपुरोहित सुरपूजित सुरपूज्य सुरपेज्य सुरप्रसू सुरप्रिय सुरप्रिया सुरभानुपौत्री सुरभि सुरभिमास सुरभिशाला सुरभिषज् सुरमंत्रिन् सुरमहेज्य सुरमृत्तिका सुरयज्ञ सुरयाजक सुरयान - 1.9 0 ० 09 २६६ सुरलता २६६ सुरलोक सुरवन्दितपद ४८ | सुरवन्ध | सुरवन्धमान सुरवर्त्मन् सुरवर्द्धकि ७, २६६ ३६ | सुरवर्द्धकिन् २६६ | सुरवल्ली २६६ २६६ सुरवाहन् २६६ २२५ | सुरवृन्दवन्दितपद १५, २००, ३७ | सुरवृन्दवन्दितपदा= (गङ्गा), १४ |सुरवैद्य १३८ | सुरवैद्यभ सुरशिल्पिन् ७, १९८ ४७, २६६ सुरश्रेष्ठ (ब्रह्मा), ४८ | सुरश्रेष्ठा २६६ २६६ | सुरस २४३ २६६ | सुरसखी २६६ ४८ | सुरसद्मन् १३८, १९८ १९८ सुरसभा २६६, १९८ २६६ | सुरसरित् २२९ २६६ | सुरसरिद्वरा सुरसर्षप २६६ सुरसवित्री ४८ | सुरसुम ५२, २६६ सुरयोनि २२९ सुरराज सुरराजगुरु सुरराजपुरोषस् सुरराजपूज्य For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628