Book Title: Jyotirvignan Shabda Kosh
Author(s): Surkant Jha
Publisher: Chaukhambha Krishnadas Academy
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
६०३
पृष्ठाङ्काः
अकारादिशब्दाः स्फुटशीघ्रकर्ण स्फुटशुभ
१९१ २०५
स्फुटसर्वः
११०
२२४
१०५
१९१
१९१
७५
१३९
स्फुटापम स्फुटार्क स्फुटाशुकर्ण स्फुटाशुभ स्फुर स्फुरण स्फुरणा स्फुरत्प्रभ स्फुरदंशुजाल स्फुरित
२०५ २२८ २६९ २१० १९१
स्फुलन
२४०
१९१
अकारादिशब्दानुक्रमणिका पृष्ठाङ्काः अकारादिशब्दाः
१०२ | स्मरति १४३ १४४ स्मरदीपिका
स्मरदेहकृत् 'स्मरन्ति' | स्मरन्तु
स्मरबाण २५७ | स्मरमन्दिर २५७ |स्मरवती
स्मरशासन १४३ | स्मरहर
३१ | स्मराङ्कुश २५७ | स्मराणि
| स्मराम २४० | स्मराव २३९ | स्मरेत् २३८ |स्मरेताम्
स्मरेयुः स्मरोत्सव
| स्मर्तव्य १२३, २२० स्मार्य
१९१ स्मित=(ईषद्हास्यम्), १३९ स्मृत २५० स्मृति २५० स्मृतिद्वय १९८ | स्मृदिभू
स्मृतिवषय स्मृत्वा स्पद
स्पन्द १९१ स्यन्दन
१९१ १९१ १९१
२५७
१९१
२५०
स्फुलिङ्ग स्फुलिङ्गिनी स्फूर्जथु स्फोरण स्म (अतीतम्), स्मय (अद्भुतम्), स्मर ‘स्मर' स्मरकूपिका स्मरण स्मरणीय 'स्मरत' स्मरत: स्मरतम् स्मरतात् स्मरताम् स्मरताम्
२५०
२५०
२५०
८१
२२०
२५०
२५०
१०१
३८
२१५
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628