Book Title: Jyotirvignan Shabda Kosh
Author(s): Surkant Jha
Publisher: Chaukhambha Krishnadas Academy

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Page 611
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २०१ सैरिक सैरिन् ४ ३ ३ ३ ३ ३ न अकारादिशब्दानुक्रमणिका ५९९ अकारादिशब्दाः पृष्ठाङ्काः | अकारादिशब्दाः पृष्ठाङ्काः सेषुदशन् ७६ सोमसिन्धु २१६ सेष्टकालदिनगण सोमसुत ४६ सैहिकेय ५४ । सोमसूनु सैहेय | सोमाभिध २१० २७ | सोलापुर ९९ सैद्ध १४ | सौ २३१ सैद्धान्तिक २५६ | सौख्य ३१, १२२ सैन्धव __३८ सौत्रामणि २०९ सैन्य १३१ । सौत्रामणियज्ञ १४ सौदामनी २३८ १९८ | सौदामिनी २३८ १४ | सौदाम्नी २३८ सैरिभ १९८, २४२ / सौध १३८ सैरिभि २४२ | सौधभूषण १३९ | सौनन्द २२५ 'सो' सौनन्दिन २२५ सोदर १२२ | सौन्दर्य २२१ सोदरा २२५ / सौपणेय सोदर्य्य १२२ |सौभाग्य सोम ३, १७, २५४, ३८, ४७ सौभाग्यशयनव्रत सोमगर्भ २१५ | सौभाग्यसुन्दरीव्रत सोमज | सौमेरव २०३ सोमजनि ४६ | सौम्य ३, ६, ९, ४२, २५५, सोमधारा १७, १७, ३० सोमनन्दन | सौम्यगोल सोमपुरी ४२ | सौम्यदिन सोमपुरी ४२ | सौम्यवार सोमयाग २०१ / सौम्यायन सोमरसोद्भव | सौम्येतर सोमवार ३, ९ | सौम्येतरगोल सोमशत्रु ५४ | सौर ५२, ६८, ४८ २२२ २२ २२० ३९ ज्यो.वि.शब्दकोष For Private and Personal Use Only

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