Book Title: Jivan Shreyaskar Pathmala
Author(s): Kesharben Amrutlal Zaveri
Publisher: Kesharben Amrutlal Zaveri

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Page 325
________________ २५८ ] [ जीवन - श्रेयस्कर - पाठमाला धनस्त बाहाणं से जहा नामए-समिसंग लियाइ वा पहाया गत्थिय संगलियाह वाः एवामेवः ॥ २६ ॥ संगलियाइ वा 9 धरणस्स हत्थाणं श्रयमेयारूवे से जहा नामए-सुक्क छगशियाइ वा वडपत्तेइ वा, पलासपतेइ वा एवामेव० ||३०|| धरण हत्थंगुलियागं से जहा नामए-कलसंगलिया इ वा, मुग्ग-पास संग लियाइ वा, तरुणिया छिन्ना श्रायवे दिरणा सुक्का समाणी एवामेव० ॥ ३१ ॥ धन्नस्स गीवार से जहा नामए-करगगीवाइ वा, कुंडियागीवाइवा, [कोत्थाइ वा ] उच्चटुवणएइ वा एवामेव० ॥३२॥ धनस्त गं हणुयार से जहा नामए-लाउफलेइ वा, हकुवफलेइ वा अंगट्टियाइ वा एवामेव ॥ ३३ ॥ धन्नस्ल गं उट्ठां से जहा नामए - सुक्कजलोयाइ वा, सिलेसगुलियाई वा अलसगुलिया वा [ अंबाडगपेसीयाइ वा ] एवामेव० ॥ ३४ ॥ धन्नस्स जिन्भार से जहा नामए वडपत्ते वा, पलासपतेइ वा [ उंबरपर्त्तर वा ] सागपतेइ वा एवामेव० ॥ ३५ ॥ धन्नस्स नाखाए से जहा नामए-अंबग पेसियाइ वा, अंबाडगपेसियाइ वा, माउलिंग पेसियाइ वा, तरुणियाइ वा, एवामेव० ।। ३६ ।। धरणस्स अच्छी से जहा नामए-वीणाछिडेइ वा बद्धीसगछि वा पाभाइयतारगाड़ वा, एवामेव० ॥ ३७ ॥

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