Book Title: Jina pujadhikar Mimansa
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Natharang Gandhi Mumbai

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Page 352
________________ जैनग्रंथरत्नाकरकार्यालयमें मिझनेवाले ग्रन्थ. रु. आ. जैनबालबाधक-प्रथमभाग पूर्वार्द्ध माना पूर्ण... . ४ जैनवालबोधक-द्वितीय माग ... ... ... . ८ बालबोधव्याकरण-पूवाद ... ... ... ... . . बालबोधव्याकरण-उत्तरार्ध ... ... ... . मक्तामरस्तोत्र-अन्वय भय भाषाके पद्यानुवादसहित . मोक्षशास्त्र-तत्वार्यसूत्रको बालाबोधिनी भाषाटीका . कातंत्रपंचसंधि-भाषाटीकासहित ... ... ... . . धनंजयनाममाला-(जैनकोस.) भाषाटीसहित... . . नित्यनियमपूजा-संस्कृत भाषा दोनों ... ... मापापूजासंग्रह-पदोंमें होनेवाली सब पूजाये ... . वृंदावनचौवीसीपूजा--बहुत शुद्ध ... ... ... . दशलक्षणपूजासंस्कृतप्राइस-जयमालाके अर्थ सहित . रलकरंडश्रावकाचार-सान्वायार्थ द्रव्यसंग्रह-छाया, अन्वय, हिंदी, मराठी अर्थादियह . सनातनजैनग्रंथमाला प्रथम मुच्छक-बडे २ चौदह मस्छत ग्रन्थोंका सग्रह करन योग्य अति उपयोगी रेशमी गुरका । जैनस्त्रीशिक्षा-प्रथम माग पनालालछन... . . . . श्रीशिक्षा-द्वितीय माग , ... ... . . नारीधर्मप्रकान. बनारसीविलास-बनारसीदासजीके भावनचरित्र सहित १॥ . शीलकथा ५श्राने दर्शनकथा-(दोनों मुम्बईकी छपी). ५ मनोरमा उपन्यास-बाबू जैनेन्द्रकिशोरजीकृत ... . . हितोपदेश-भाषार्टीकासहित नीतिका अमूल्य ग्रंथ १ . मिलनेका पता-मैनेजर-जैनग्रंथरत्नाकर कार्यालय. पो. गिरगांव बंबई.

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