Book Title: Jainagam Nyayasangraha Author(s): Atmaramji Maharaj Publisher: Jain Shastramala Karyalaya Ludhiyana View full book textPage 7
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धन्यवाद जालन्धर (छावनी) निवासी श्रीमान् लाला तेलूराम जी जैन समाज के मान्य व्यक्तियों में से एक हैं आरम्भ से ही आप सामाजिक सत्कार्यों में अपने द्रविण का सदुपयोग करते आये हैं। आप के अन्तस्तल में धार्मिक भावना सदैव जागृत रही है और उन्हीं सद् भावनाओं से प्रेरित हो आप ने अनेक ग्रन्थ प्रकाशित किए हैं, प्रस्तुत पुस्तक का प्रकाशन भार भी गणावच्छेदक श्री १००८ श्री रघुवरदयाल जी महाराज की सत्प्रेरणा से आप ने अपने ऊपर लिया है। अत: मैं "जैनशास्त्रमालाकार्यालय" लुधियाना को ओर से सेठ तेलूराम जी जैन रईस जालन्धर छावनी का शतशः धन्यवाद करता हूं। आशा है. अन्य धनो महानुभाव भी लाला जो का अनुकरण करते हुए अपने धन का सदुपयोग करंगे। नोट :-यद्यपि प्रस्तुत पुस्तक के प्रफ, संशोधन आदि में अति सावधानी रखी गई है, फिर भी यदि दृष्टिदोष से कोई अशुद्धि रह गई हो, तो पाठक महानुभाव सुधार कर पढ़ें। आपका मन्त्री, जैनशास्त्रमालाकार्यालय लुधियाना। For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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