Book Title: Jain Jagaran ke Agradut Author(s): Ayodhyaprasad Goyaliya Publisher: Bharatiya Gyanpith View full book textPage 8
________________ २७२ २६० २६९ [नवचेतनाके प्रकाशवाह ] संस्मरण लेखक १५. वावू सूरजभान वकील पूजनीय बापूजी श्री नाथूराम प्रेमी जैन-जागरणके दादा भाई श्री कन्हैयालाल प्रभाकर २८३ १६. बाबू दयचन्द्र गोयलीय मुसीवतका साथी महात्मा भगवानदीन मूक साधक श्री माईदयाल जैन १७. कुमार देवेन्द्रप्रसाद श्रद्धाञ्जलि श्री गुलाबराय एम० ए० ३०२ परिचय श्री अजितप्रसाद जैन वकील ३०६ १८. वैरिस्टर जुगमन्दिरलाल जैनी जिन-वाणी-भक्त श्री अजितप्रसाद वकील ३२२ १६. श्री अर्जुनलाल सेठी एक मीठी याद गोयलीय ३२६ अधूरा परिचय गोयलीय ३४२ और भी गोयलीय सेठीजीके दो पत्र गोयलीय और अगर मर जाइये ... महात्मा भगवानदीन ३७३ २०. बैरिस्टर चम्पतराय 'उन्हे मरना नहीं आता गोयलीय ३८२ जीवन-झांकी श्री बनवारीलाल स्याद्वादी ३६१ वे और उनका मिशन श्री कामताप्रसाद ४०० २१. श्री ज्योतिप्रसाद जैन वे मुझे अक्सर याद आते है ? श्री कन्हैयालाल प्रभाकर ४२२ २२. श्री सुमेरचन्द्र एडवोकेट गोयलीय ४३० २३. वाबू अजितप्रसाद वकील स्वलिखितPage Navigation
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