Book Title: Jage Yuva Shakti Author(s): Devendramuni Publisher: Tarak Guru Jain GranthalayPage 24
________________ (२२) संगठित और उत्साहित किया जो रावण के अभेद्य दुर्ग से टक्कर ले सकी । राम ने अभावों की कमी पर ध्यान नहीं दिया, समुद्र पर पुल बनाने के लिए और कुछ साधन नहीं मिले तो पत्थरों का ही उपयोग कर अथाह समुद्र की छाती पर सेना खड़ी कर दी। तो इस प्रकार अल्प साधन, नगण्य सहयोग की तर्फ नहीं देखकर जो उपलब्ध है उसे ही सकारात्मक रूप देना है, रचनात्मक दृष्टि से लेना है और छोटे छोटे तिनकों से हाथियों को बांध देना है। युवा वर्ग इस प्रकार जीवन में रचनात्मक दृष्टि से सोचने की आदत डाले। शक्ति का उपयोग सर्जन में हो युवाशक्ति-एक ऊर्जा है, एक विद्युत है । विद्युत का उपयोग संसार में निर्माण के लिए भी होता है, और विध्वंस के लिए भी । अणु-शक्ति का उपयोग यदि शान्तिपूर्ण निर्माण कार्यों के लिए होता है. तो संसार मेंPage Navigation
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