Book Title: Haa Murti Pooja Shastrokta Hai
Author(s): Gyansundarmuni
Publisher: Ratnaprabhakar Gyan Pushpmala

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Page 15
________________ १४ २५ हाँ ! मूर्तिपूजा शास्त्रोक्त है। निक्षेप ही वन्दनीय है। २३ मूर्ति जड है उसको पूजने से क्या लाभ ? २४ पांच महाव्रत की पच्चीस भावना और श्रावक के १६ अतिचार बतलाये हैं। पर मूर्ति की भावना या अतिचार को कहीं भी नहीं कहा इसका कारण क्या है ? तीन ज्ञान (मति, श्रुति और अवधिज्ञान) संयुक्त तीर्थंकर गृहवास में थे, उस समय भी किसी व्रतधारी साधु श्रावकने वन्दन नहीं किया, तो अब जड मूर्ति को कैसे वन्दन करें? २६ मर्ति में गण स्थान कितना पावे ? २७ श्रावक के १२ व्रत है मूर्तिपूजा किस व्रत में है? २८ पत्थर की गाय की पूजा करें तो क्या वह दूध दे सकती ? यदि नहीं तो फिर पाषाणमूर्ति कैसे मोक्ष दे सकती है ? २९ क्या पत्थर का सिंह प्राणियों को मार सकता ? ३० एक विधवा औरत अपने मृत पति का फोटु पास में रखके प्रार्थना करे कि स्वामिन् मुझे सहवास का

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