Book Title: Haa Murti Pooja Shastrokta Hai
Author(s): Gyansundarmuni
Publisher: Ratnaprabhakar Gyan Pushpmala

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Page 70
________________ ६९ हाँ ! मूर्तिपूजा शास्त्रोक्त है । कहा। २७. बृहत्कल्प सूत्र नागरियों के अधिकार में जिन चैत्य है। २८. उत्तराध्ययन सूत्र अध्ययन १० अष्टापद के मंदिर, अध्याय १८वां उदाइराजा को राणी प्रभावती के गृहमंदिर का अधिकार, अध्ययन २६ में चैत्य वंदन का फल यावत् मोक्ष बतलाया है। ___२९. दशवैकालिक सूत्र जिनप्रतिमा के दर्शन से शय्यंभव भट्ट को प्रतिबोध हुआ। ३०. नन्दीसूत्र में विशालनगरी में जिनचैत्य महाप्रभाविक कहा है। ३१. अनुयोगद्वार सूत्र में चार निक्षेप का अधिकार में स्थापना निक्षेप में अरिहंतोकी मूर्ति, अरिहंतो की स्थापना कही है। ३२. आवश्यक सूत्र में अरिहंत चेइआणं वा तथा कीत्तिय वंदिय महिया जिसमें कीत्तिय वंदिय को भावपूजा

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