Book Title: Gandharwad
Author(s): Bhuvanbhanusuri
Publisher: Divya Darshan Trust

View full book text
Previous | Next

Page 6
________________ गणधरवाद : अनुक्रमणिका महावीर प्रभु के पास इन्द्रभूति का आगमन . २७ ४३ ० गणधर-१. इन्द्रभूति ............ आत्मा है ? गणधर-२. अग्निभूति ......... कर्म है? गणधर-३. वायुभूति ........... शरीर यही आत्मा ? गणधर-४. व्यक्त .............. पंचभूत सत् ? गणधर-५. सुधर्मा ............ समानही पुनर्जन्म? गणधर-६. मंडित .............. वध-मोक्ष हैं ? गणधर-७. मौर्यपुत्र ........... देवता हैं (स्वर्ग)? गणधर-८. अकंपित ............ नारक है? गणधर-९. अचलभ्राता ......... पुण्य-पाप भिन्न है ? गणधर-१०. मेतार्य ............. परलोक है? गणधर-११. प्रभास ................. मोक्ष है ? Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 ... 98