Book Title: Epigraphia Indica Vol 06
Author(s): E Hultzsch
Publisher: Archaeological Survey of India
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KONDAVIDU INSCRIPTION OF KRISHNARAYA.
No. 22.]
94 पालमौळिसचिव : ' श्रीसाक्वतिम्माज्ञया । प्रासादं नव95 भिच हेमकलशैरत्युद्मतं गोपुरप्राकारोत्सवमंट
96 पैरुपचितं श्रीरामभद्राय च ॥ [२७*] ॥ रामायोत्सवविग्र
97 हां कनकाकल्पांच मुक्तावळी मुख्यं चाभरणौघ
98 मुज्वलतरं श्रीकोंडवीटीपुरे । द्वासप्तत्यधिकां नियोग
99 रचनां नादिंड्डगोपप्रभुर्लक्ष्मीनायकसाळ वतिम्प्रवि
100 भवे पुण्याय क्कत्वादिशत् ॥ [ २८* ] ॥ श्रीयन्नवाटिपुरनायक
101 राघवाय श्रीकोंडवीटिसकलाध्वसु मूलवीसान् ।
102 लेंबज्ञेमाद्यमनुपाल्य च मैंदवोलुं श्रीसाळ्वतिमा
103 वचसादित गोपमंत्री ॥ [ २९* ] यावज्जडुसुतात्रियंब
104 कसुताश्रीकृष्णवेण्णापयःपूरास्ते पुनते भुवं च विपुला ' 105 श्रीकोंडवीटीपुरीं । यावत्काव्यसुधांबुराशिलहरी -
106 हेलां विधत्ते कविस्तावत्साकुवतिम्प्रकीर्त्तिलतिका पुष्पात्वज107 स्रं भुवि ॥ [३०] महोपाध्यायपंचाग्निदीचितो द्वादशाहकृत् [1*] 108 लोल्ललक्ष्मीधरो यज्वा 'प्राहैतध्वर्मशासनं । [३१*] श्री श्री श्री । [[*] 109 स्वस्ति श्री ["*] जयाभ्युदयशालिवाहनशकवर्षबुलु १४४२
110 अगुनेंटि विक्रमसंव्वत्सर वैशाख शुध्व' १५ बु । सोमग्रहण
111 पुण्यकालमंदु कोंडवीटि श्रीयज्ञवाटिकारघुनायकुलकु
112 श्रीकृष्णदेवमहारायल साम्राज्यधुरंधर श्रीम
113 न्महाप्रथान' साकुवतिम्मर्सय्यंगारि मेननुडैन कौशिक114 गोत्र आपस्तंबसूत्र यजुः शाखाध्यायुलैन नादिंड116 तिम्मराजुंगारि कुमारंडेन गोपर्सय्यंगार दे116 gनिकि शिखरम् गहिंचि शिखरमंटपगोपुरालु सुत्र117 वलु चेयिंचि प [य] डिकुंडलु येतिंचि तिर
118 बुहुमाबेनु प्राकारमु कहिंचि उत्सवविग्रह [T]119 ल समर्पिचि अम्गरंग्गवैभवालकुंबु अमृतपळ्ल120 [कु]बु उत्मवालकुनु पूर्वान सागि वश्चि[न *] लेंबशेग्राममु 121 सागिंचि मैंदवोलि ग्रामसु समर्पिचि कोंडवीटि
122 सोमलोनु सुंखमुळे सागिन चोटमज्ञानु मूलवीसालु 128 [कों] [वी]डु[कुं]डु वसंतगड लानु पारव्यालानु
1 Read सचिव श्री साळव
• Read प्रातर्म.
eil प्रधान.
• Rend मुख्यलतरं.
• Read शुद्ध.
● Bend सुँकसु.
• Read विपुख
• Zo. बुधवार
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