Book Title: Dhammapada 11
Author(s): Osho Rajnish
Publisher: Rebel Publishing House Puna

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Page 286
________________ भीतर डूबो सकेगा, यह उसको झुकाएगा। बस, यह खेल चलेगा। जिससे यह कमजोर होगा, उसका चांटा खाएगा। और जो इससे कमजोर होगा, उसको चांटा मारेगा। जिंदगी इसकी खराब हो जाएगी। और जब मुझे सुनने वाले लोग ऐसा करते हैं, तो औरों का क्या कहना! मंदिर में झुका दिया जबर्दस्ती बेटे को और कहाः जब बड़े हो जाओगे, तब समझ में आएगा। जैसे कि उनको समझ में है, पिता को समझ में है! उनको भी कुछ समझ में नहीं आया है। ___ लेकिन उनके पिता उनको झुका गए थे। और कह गए थे: जब बड़े हो जाओगे, तब समझ में आ जाएगा। अब किसी से कहें कि कुछ समझ में नहीं आया, तो बेइज्जती होती है। अब अपनी पोल-पट्टी खोलने से क्या फायदा! अपनी तो कट ही गयी! अपनी पूंछ तो कट ही गयी! ___ एक आदमी की तुमने कहानी सुनी न! उसकी नाक कट गयी थी। असल में एक औरत के प्रेम में था। और उसके पति ने पकड़ लिया और उसने उसकी नाक काट दी। अब वह आदमी बड़ी मुश्किल में पड़ा। अब यह कटी हुई नाक लेकर कहां जाए! वह संन्यासी हो गया, उसने गैरिक वस्त्र पहन लिए। वह एक झाड़ के नीचे बैठ गया। बिलकुल बुद्ध होकर बैठ गया। गांव के लोग बड़े हैरान हुए। वह पति भी बड़ा हैरान हुआ जिसने उसकी नाक काटी थी। वह भी जरा...! कि मामला क्या हुआ! एकदम से क्रांति हो गयी इसके जीवन में! लोग पूछने आने लगे कि भई! हुआ क्या? उसने कहा कि बड़ा गजब हो गया! इस आदमी की बड़ी कृपा है, इसने मेरी नाक काट दी। लेकिन नाक काटते ही मुझे परमात्मा का दर्शन हो गया। यह नाक ही बाधा थी। नाक क्या गयी, एकदम चक्षु खुल गए, तीसरा-नेत्र खुल गया! मुझे भी भरोसा नहीं आता, मगर हो गया। मेरा जीवन बदल दिया इस आदमी ने। अब कई को इच्छा होने लगी, खुजलाहट होने लगी कि यह तो सस्ता है मामला। अगर नाक काटने से परमात्मा मिलता हो, तो कितने लोग न कटवा लेंगे! ऐसे ही तो नाक कटवा रहे हैं लोग! कोई उपवास करके नाक कटवा रहा है। कोई सिर के बल खड़ा है। कोई कांटों पर लेटा हुआ है। कोई पूजा कर रहा है। कोई प्रार्थना में लगा है। क्योंकि परमात्मा ऐसे मिलेगा, ऐसे मिलेगा। लोगों ने क्या नहीं कटवाया है परमात्मा को पाने के लिए! दो-चार ने नाक कटवा ली उससे। उसका काम ही यह हो गया। वह अपने उस्तरे पर धार रखता रहता। यही उसका भजन-कीर्तन! दो-तीन-जिनकी उसने नाक काट दी-उनको ले जाता झाड़ के पीछे, नाक काट देता। और कहताः दिखा परमात्मा? वे देखते। वे कहते कि दिखा तो नहीं! वह कहताः अब तुम्हारी तो कट ही गयी। अब अगर तुम कहो कि नहीं दिखा, तो लोग तुमको बुद्ध समझेंगे। अब 273

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