Book Title: Descriptive Catalogue Of Manuscripts Vol 12
Author(s): Hiralal Rasikdas Kapadia
Publisher: Bhandarkar Oriental Research Institute

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Page 436
________________ 330. ] B-Sarngua'. . 413 कात्यायन ( fol. 27); संगीतार्णव ( fol. 27 ); शिवाकिंकर ( fol.28); रत्नाकर ( fol. 28 ); चूडामणि ( fol. 28 ); मणिदर्पण (fol. 28 ). " इति श्रीकृष्णानंदच्यासदेव( वेदव्यास? रागसागरोद्भवसंगीत रागकल्पद्रुमे संगीतरत्नाकरे संगीतसहितायां तालाध्यायः" Age.-- The Ms is a modern copy of an old Ms. Author.-- Krsnananda Vedavyasa, son of Hirakānanda Vedavyasa, and grandson of Amaränanda Vedavyasa." Subject.— Music. Begins.-- ॥ श्रीजिनेंद्राय नमः ॥ : “अथ श्रीकृष्ण(ष्णा)नंदव्यासदेवरागसागरोद्भवसंगीतरागकल्पद्रुमे संगीतसंहितायां प्रकीर्णाध्यायः प्रारंभस्य तथा च संगीतरनाकरे .. अर्थप्रकीर्णकं कर्णारसायनमनाकुलं । देशी मार्गाश्रयं वक्ति शंगीदेवो ( शाहदेवो) विदांवरः ॥ पारधातुरुच्यते गेयं धातुरित्यभिधीयते । शब्दानुशासनज्ञानभिधानप्रवीणता ॥ छंदः ।।" Ends. “उत्तरपंचपाणिश्व षपितापुत्रकेत चेत् । एषां पातकलायोगं श्रेयसे व्याहरामहे ॥१०५॥" आद्यवणे पातकलानिलवर्यभाषत चत् पुटैत्वेककले शंससा यथाक्रमं ॥ १० ॥ यद्वा शताशताताल शंपायाद्विर्नतवोदह अत्यंतेदद्वयचाचपुटे चापि मनेर्मत ॥१०७॥ इति एकतालचाचउटः नुतरे संततताल शतालो द्विरनन्तरं...... (incomplete) References.-- Aufrecht mentions no other Ms of the work except the present one. 1 folio9-“पौत्रोहोममरानन्द वेदव्यासद्विजन्मनः । पुत्रश्च हीरकानन्द वेदव्यासस्य धीमतः॥ -.":... - कृष्णानंदशभिधो वेदव्यासो नत्वा सरस्वती । रागकल्पतम नाम कुर्वे ग्रंथं सतां मुढे॥

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