Book Title: Catalogue of Gujarati Manuscripts
Author(s): Punyavijay
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 776
________________ ७६३ नेमिनाथ गीत ले.स. १७ शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र २जु; २६×११.३ से.मि. पद्य ५. प्र.सं./६००० परि./५२६६/७ संघहर्ष गीत नेमिजिन गीत ले.स. १५७४: हाथकागळ पत्र २१५ २७४११७ से.मि. पद्य १५० कर्ता - - परिचय अप्राप्य. परि./८४६०/१०६ प्र.सं./६००१ संवेगसुंदर - सर्वांगसुंदर उपा (व. त.) पार्श्वनाथ गीत (२) ले.स. १७ शतक (अनु.) : हाथकागळ पत्र ८६ थी ८७, २६.३४ ११ से.मि. अनुक्रमे पद्य ३; ३. कर्ता — आ रचनामां मात्र नामनिर्देश छे. वडत पगच्छमां जयशेखरसूरिनी परंपरामां जयसुंदर उपा.ना शिष्य, वि.सं. १५४८नी अमनी रचना नांघायेली मळे छे. (जै. गू. क. भा. १, पृ. ६७). आ रचना जै. गू. क.मां नांधायेली नथी. प्र.स ं./६००२ परि./२१९९/२; ३ साधुकीर्ति (..) अनाथीमुनि गीत ले.स. १७३७ हाथकागळ पत्र मुं; २४ ९४१०.५ से.मि. पद्य ११ कर्ता -- मात्र नामनिर्देश मळे छे, वडापगच्छमां जिनदत्तसूरिना शिष्य वि सं. १५मां नांधायेला छे. (जे. गू क. भा. १, पृ ३४) प्र.सं./६००३ परि / ६६०७/२ सांइडुदा १- नागदमण ले. स. १८ शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र ३; २४ ७४१००७ से.मि. कर्ता - - जैनेतर लागे छे. प्र. सं . / ६००४ परि. / ६६.०४ २- नागद्रमण ले.स. १८ शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र ५, २५४११ से.मि. प्र.स ं./६००५ परि / ६११३ सूरि महावीर निशालगरणु पद ले. स. १८६९; हाथकागळ पत्र २जु; २५०११ से.मि. तुटक पद्य १२ थी २० कर्ता -- मात्र नामनिर्देश मळे छे (१. २०) प्रथम पत्र नथी. पत्रांकस्थाने चित्रों छे. परि. / ७१९६/१ प्र.स ं./६००६ सेवक गयसुकुपाल गीत प्र.सं./६००७ Jain Education International ले. स. १५७४; हाथ कागळ पत्र १६१मुं: २७४११.७ से.मि. पद्य १३. परि./८४६०/९२ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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