Book Title: Catalogue of Gujarati Manuscripts
Author(s): Punyavijay
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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८१०
हरियाली
२-हरियाळी स्तबक ले.स. १८९ शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र १लु; २५.५४१०.८ से.मि. . पद्य १२. प्र.स./६३७४
परि./३६५४/१
धनहर्ष पंडित (त.)
१ हरियाली (३) ले.स. १८९ शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र २जु; ३जु, २६.५४ ११.२ से.मि. अनुक्रमे पद्य ५: ४०; ५.
___ कर्ता-तपगच्छमां धर्मविजयना शिष्य छे. अमनी वि.स. १६८१ लगभगनी रचना
नेांधायेली छे. (जै. गू. क. भा. १. पृ. ५८४) प्र.स./६३७५
परि./६९५६/५; ६, ७, ८
धर्मसमुद्र (ख.) हरियाली ले.स. १५७४; हाथकागळ पत्र ८३मु; २७४११.७ से.मि. पद्य ५.
कर्ता-खरतरगच्छमां विवेकसिंहना शिष्य छे. अमनो समय वि.स. १६ ना छे. (जै. गू, क. भा. १. पृ. ११६). प्र.सं./६३७६
परि./८४६०/३७ भोलेराम ___टपूहरियाली ले स. ११६१; हायकागळ पत्र २०९; २०४९.५ से.मि.
कर्तामात्र नामोल्लेख छे. कृतिनी भाषामां थोडी राजस्थानीनी छांट छे. शांतिसागरे प्रति लखी. प्र.स./६३७७
परि./८१८०/४१ मानो ___टपू हरियाली ले.स. १७६१: हाथकागळ पत्र १९९; २०४९.५ से.मि. प्र.स./६३७८
परि./८१८०/३५
लावण्य समय (त.) हियाली गीत ले.स. १५७६; हाथकागळ पत्र ९२९ २७४११.७ मे.मि. पद्य १.
कर्ता-तपगच्छमां सोमसुंदरसूरिनी परंपराना समयरत्नमा शिष्य छे. अमनो समय वि.सं. १६ नो छे. प्र.स./६३७९
परि./८४६०/६३
विनयसागर हरियाली स्तबक ले.स. २०९ शतक (अनु.); हाथका गळ पत्र २: २४.५४१२ से.मि.
कर्ता-मूळना कर्तान मात्र नाम मळे छे. प्रस/६३८०
परि./७५६६
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