Book Title: Catalogue of Gujarati Manuscripts
Author(s): Punyavijay
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 822
________________ सुभाषित सुभाषित (अष्टादशवोधी) स्तबक ले.स. २०मु शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र २; २६.१.१२.२ से.मि. मूळ रचना संस्कृतमां छे. प्र.स./६३६७ परि./६८३८ सुभाषित सूक्तावली स्तबक ले.स. १८५३; हाथकागळ पत्र २०; २४४१२.२ से.मि. पद्य १५०. मूळ रचना संस्कृतमा छे. टिकरनगरमा ज्ञानसागरे प्रति लखी. प्र.स./६३६८ परि./८०३४ सूक्तावली स्तबक ले.सं. १८१३; हाथकागळ पत्र १६; २८.८४१५.१ से.मि. गाथा १४५. तूटक मूळ रचना संस्कृतमां छे. पत्र १लु नथी. महेसाणामां बारोट तलजामे प्रति लखी. प्र.स./६३६९ परि./७९९५ सुभाषितावली ले.स. १८९ शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र ४; २६.५४१०.७ से.मि. __ प्रति त्रण (कोलम) खानां पाडीने लखेली छे. प्र.स./६३७० परि./३७५९ सुभाषितावली स्तबक ले स. १८४२; हाथकागळ पत्र ३ थी ७; २५.७४११.५ से.मि. तूटक. . पत्रो १; २ नथी. ५. प्रेमचंदे पालीताणामां लखेली प्रति जीण छे. प्र.स./६३७१ परि./३५३० हरियाली जिनरंगसूरि (ख.) हियाली ले.स. १८१. शतक (अनु.); हाथका गळ पत्र २६९ २१.७४७.३ से.मि. पद्य ५. कर्ता-खरतरगच्छमां वि.स. १८मी सदीमां नेांधायेली छे. (जै. गू. क. भा. २, पृ. २७३. प्र.स./६३७२ परि./८१८०/३ देपाल कवि १-हरियाली स्तबक ले.स १८मु शतक (अनु); हाथका गळ पत्र १लु'; २३.२४१० से.मि. पद्य ५. कर्ता-वि.स. १६ मीना पूर्वार्धमां थयेला पाटणना भोजक ठाकोर छे. (जै. गू. क. भा. १, पृ. ३७). प्र.सं./६३७३ परि./१९३४/१ १०२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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